पानीपत में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार: पुलिस ने शुरू की जांच

पानीपत से लापता महिला का दिल दहला देने वाला मामला
पानीपत से 24 जून 2025 को लापता हुई 35 वर्षीय महिला के साथ एक भयावह घटना सामने आई है। आरोप है कि उसे पानीपत रेलवे स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन के खाली डिब्बे में सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया और बाद में उसे सोनीपत में रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया, जिससे उसका एक पैर कट गया।
पति ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
महिला के पति ने 26 जून को पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके बीच विवाद के बाद वह 24 जून से लापता थी। यह पहली बार नहीं था जब वह घर छोड़कर गई थी, लेकिन वह हमेशा लौट आती थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि रेलवे स्टेशन पर एक अजनबी ने उससे संपर्क किया और कहा कि उसे उसके पति ने भेजा है।
खाली बोगी में बलात्कार की घटना
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्रीकांत शर्मा ने जानकारी दी कि उस व्यक्ति ने महिला को ट्रेन की खाली बोगी में ले जाकर बलात्कार किया। इसके बाद दो अन्य लोग भी वहां पहुंचे और उन्होंने भी उसका यौन शोषण किया। इसके बाद आरोपियों ने उसे सोनीपत ले जाकर पटरियों पर फेंक दिया, जिससे उसका एक पैर कट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
स्थानीय लोगों की मदद से मिली महिला
सोनीपत में रेलवे ट्रैक के पास दुकानदारों ने एक महिला के रोने की आवाज सुनी। जब वे मौके पर पहुंचे, तो देखा कि उसका पैर ट्रैक स्विच में फंसकर कट गया था। स्थानीय लोगों ने तुरंत रेलवे पुलिस को सूचित किया। महिला को पहले सोनीपत के सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए रोहतक पीजीआई भेजा गया। वह अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने दर्ज की जीरो एफआईआर
पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज कर जीरो एफआईआर बनाई, जिसे पानीपत राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को ट्रांसफर कर दिया गया। जीरो एफआईआर किसी भी थाने में दर्ज की जा सकती है और बाद में इसे संबंधित थाने में भेजा जाता है।
सोनीपत पुलिस ने शुरू की जांच
रेलवे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि रविवार को जीरो एफआईआर प्राप्त हुई और जांच शुरू कर दी गई है। सोनीपत पुलिस ने इस जघन्य अपराध की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
पुलिस को अभी तक नहीं मिले सबूत
पानीपत के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह और उनकी क्राइम यूनिट ने सोनीपत जीआरपी के साथ मिलकर घटनास्थल का दौरा किया। हालांकि, वीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया। पुलिस टीमें लगातार जांच कर रही हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। वे स्थानीय लोगों और दुकानदारों से पूछताछ कर रही हैं और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही हैं।