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पानीपत में मौसम का हाल: ठंड बढ़ने से धान की फसल पर खतरा

पानीपत में ठंड का असर बढ़ रहा है, जिससे धान की फसल को खतरा उत्पन्न हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक 302 पर पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। डेंगू के नए मामलों की संख्या भी बढ़ रही है। जानें आगामी दिनों का मौसम कैसा रहेगा और किसानों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
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पानीपत में मौसम का हाल: ठंड बढ़ने से धान की फसल पर खतरा

पानीपत का मौसम

पानीपत (Panipat weather)। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट आई है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 11.1 डिग्री और अधिकतम 27.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सुबह की हवा की गति तेज रही, जिससे दोपहिया वाहन चालकों ने गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिया है। मौसम विशेषज्ञों ने तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है।


धान की फसल पर असर

नवंबर की शुरुआत के साथ सुबह और शाम की ठंड बढ़ने लगी है। इसका मुख्य कारण पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और राज्य के कई हिस्सों में हुई बारिश है। बुधवार को अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार सुबह हवा की गति 14 किलोमीटर प्रति घंटे रही, जिससे तापमान में कमी आई। इस समय की ठंड से किसानों को धान की फसल को लेकर चिंता सताने लगी है। इसराना के किसान राजकुमार और सुरेश ने बताया कि ठंड से धान के दाने काले पड़ सकते हैं, जिससे उनकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र उझा के मौसम विशेषज्ञ डॉ. आशीष ने बताया कि पहाड़ी बर्फबारी से मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ेगी। अगले सप्ताह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक पहुंच सकता है।


आगामी मौसम का पूर्वानुमान

शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम 11 डिग्री।
शनिवार को अधिकतम 28 और न्यूनतम 11 डिग्री।
रविवार को अधिकतम 27 और न्यूनतम 11 डिग्री।
सोमवार को अधिकतम 26 और न्यूनतम 11 डिग्री।
मंगलवार को अधिकतम 26 और न्यूनतम 11 डिग्री।
बुधवार को अधिकतम 26 और न्यूनतम 10 डिग्री।

सुबह और शाम में ठंडक बढ़ेगी, कोहरा भी संभव है। वास्तविक तापमान में 1-2 डिग्री का अंतर हो सकता है।


वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की स्थिति

एक्यूआई 302 पर पहुंचा शहर में जल रहा कूड़ा

पानीपत। एक्यूआई पिछले एक सप्ताह से 300 के आसपास बना हुआ है। हवा में धूल और गैस की मात्रा बढ़ने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो रहा है। नगर निगम और अन्य विभागों ने उपायुक्त डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया के निर्देशों का पालन नहीं किया। नगर निगम की सफाई केवल मुख्य सड़कों तक सीमित रही, जबकि शहर में कई जगहों पर कूड़े में आग लगी रही। अधिकारियों की अनदेखी के कारण एक्यूआई गंभीर स्थिति में बना हुआ है। बुधवार को एक्यूआई 302 रहा। दिन में हवा की गति लगभग 12 किलोमीटर प्रति घंटे रही, जिसके बाद एक्यूआई घटकर 252 पर आ गया। शाम को एक्यूआई फिर बढ़कर 272 पर पहुंच गया।


डेंगू के नए मामले

पानीपत। डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस महीने जिले में डेंगू के पांच नए केस सामने आए हैं। मंगलवार को एक नया मामला आया था, जिससे जिले में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 75 हो गई है। मलेरिया के भी मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। जिला मलेरिया विभाग की टीम गांवों में घर-घर जाकर जागरूकता फैला रही है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में डेंगू वार्ड स्थापित किया है, जिसमें 20 बेड की व्यवस्था की गई है।