पी चिदंबरम का ऑपरेशन ब्लू स्टार पर विवादास्पद बयान

पी चिदंबरम का ऑपरेशन ब्लू स्टार पर बयान
पी चिदंबरम का ऑपरेशन ब्लू स्टार पर बयान: वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक गंभीर गलती बताया है। उन्होंने कहा कि इस गलती की कीमत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। ऑपरेशन ब्लू स्टार पर अक्सर सवाल उठते रहते हैं और उस समय की कांग्रेस सरकार की नीतियों पर चर्चा होती है।
हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव में भाग लेते हुए, चिदंबरम ने पत्रकार हरिंदर बावेजा की किताब 'दे विल शूट यू, मैडम' पर चर्चा के दौरान कहा कि स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाना एक गलत निर्णय था, जिसकी कीमत इंदिरा गांधी को चुकानी पड़ी।
उन्होंने कहा कि उनकी बातों का उद्देश्य किसी भी सैन्य अधिकारी का अपमान नहीं है, लेकिन स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने का यह तरीका गलत था। कुछ वर्षों बाद, सेना को बाहर रखकर स्वर्ण मंदिर को सही तरीके से पुनः प्राप्त किया गया। चिदंबरम ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार एक गलत रास्ता था और इंदिरा गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय सेना, पुलिस, खुफिया विभाग और सिविल सेवा का संयुक्त निर्णय था, इसलिए केवल इंदिरा गांधी को दोष नहीं दिया जा सकता।
ऑपरेशन ब्लू स्टार क्या है?
ऑपरेशन ब्लू स्टार: यह भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा जून 1984 में चलाया गया एक सैन्य अभियान था, जिसका मुख्य उद्देश्य सिख धर्म के पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर को खालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराना था। इस अभियान में सेना ने भिंडरावाले और उनके समर्थकों को समाप्त कर स्वर्ण मंदिर को मुक्त कराया। इस घटना के चार महीने बाद ही इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी।
इंदिरा गांधी की हत्या
इंदिरा गांधी की हत्या: 1 अक्टूबर 1984 को, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके सुरक्षा गार्ड्स ने की थी। बेअंत सिंह और सतवंत सिंह नामक दो गार्ड्स ने इंदिरा गांधी पर उस समय फायरिंग की, जब वह एक इंटरव्यू के सिलसिले में अपने आवास से बाहर निकल रही थीं। इस हत्या के बाद देशभर में सिखों के खिलाफ हिंसा भड़क उठी थी।