पीएम मोदी ने ट्रंप के अमेरिका आने के निमंत्रण को किया अस्वीकार
भारत और अमेरिका के बीच हाल के तनाव को लेकर पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिका आने का निमंत्रण ठुकरा दिया। कनाडा में जी7 सम्मेलन के दौरान हुई इस बातचीत में मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत को किसी तीसरे देश की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है। जानें इस बातचीत के प्रमुख बिंदु और भारत की स्थिति के बारे में।
Jun 18, 2025, 12:43 IST
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भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव
भारत और अमेरिका के संबंधों में हाल ही में कुछ तनाव देखने को मिला है, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भांप लिया है। इस स्थिति को सुधारने के लिए, ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत करने का अनुरोध किया। इस बातचीत के दौरान, ट्रंप ने पीएम मोदी से एक विशेष अनुरोध किया, जिसे मोदी ने विनम्रता से ठुकरा दिया। वर्तमान में, प्रधानमंत्री मोदी जी7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा में हैं। इसी दौरान, ट्रंप ने उनसे फोन पर बात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बातचीत के अंत में, ट्रंप ने मोदी से अमेरिका आने का आग्रह किया, जिसे मोदी ने अस्वीकार कर दिया।
मोदी का स्पष्ट संदेश
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जानकारी दी कि ट्रंप ने मोदी से पूछा कि क्या वे कनाडा से लौटते समय अमेरिका रुक सकते हैं। लेकिन पीएम मोदी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण अपनी असमर्थता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उनका दौरा पहले से तय है। दरअसल, मोदी ने ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच के विवाद पर स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत को किसी तीसरे देश की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है। मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि भारत ने कभी भी मध्यस्थता का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया है।
ट्रंप की लगातार मध्यस्थता की कोशिशें
हालांकि, ट्रंप ने बार-बार भारत और पाकिस्तान का नाम लिया, जिससे भारत को आपत्ति थी। पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के अनुरोध पर रोका गया था, न कि अमेरिका की मध्यस्थता के कारण। ट्रंप के साथ 35 मिनट की बातचीत में, मोदी ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी और कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को इसके परिणाम भुगतने होंगे।
मोदी का निमंत्रण
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में व्यापार से संबंधित कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगा। ट्रंप ने मोदी को जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका आने का निमंत्रण दिया, लेकिन मोदी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण इसे अस्वीकार कर दिया। इसके बजाय, मोदी ने ट्रंप को इस साल प्रस्तावित क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया।