Newzfatafatlogo

पीटर नवारो की भारत पर रूस से तेल खरीद को लेकर विवादास्पद टिप्पणी

व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर विवादास्पद टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि यह व्यापार लाभ के लिए किया जा रहा है। इसके बाद, एक्स पर सामुदायिक नोट के माध्यम से उनकी आलोचना की गई। नवारो ने भारत के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि यह व्यापार अमेरिकी नौकरियों को नुकसान पहुंचा रहा है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और नवारो की प्रतिक्रिया।
 | 
पीटर नवारो की भारत पर रूस से तेल खरीद को लेकर विवादास्पद टिप्पणी

भारत के तेल व्यापार पर नवारो की आलोचना

व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो ने 7 सितंबर को भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर एक विवादास्पद पोस्ट साझा की, जिसके बाद एक्स पर सामुदायिक नोट के माध्यम से उनकी आलोचना बढ़ गई। नवारो ने भारत पर आरोप लगाया कि वह रूस के साथ तेल व्यापार को "लाभ के लिए" कर रहा है और यह कि यह व्यापार "रूस की युद्ध मशीन को वित्तीय सहायता" प्रदान करता है। हालांकि, एक्स के उपयोगकर्ताओं ने सामुदायिक नोट के जरिए उनके आरोपों को खारिज कर दिया।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सामुदायिक नोट में कहा गया, "भारत का तेल व्यापार ऊर्जा सुरक्षा के लिए है, न कि केवल लाभ के लिए। यह व्यापार किसी भी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं करता।" इसके अलावा, नोट में यह भी उल्लेख किया गया कि "भारत के कुछ टैरिफ के बावजूद, अमेरिका को भारत के साथ सेवा क्षेत्र में व्यापार अधिशेष है। साथ ही, अमेरिका खुद रूस से कुछ सामानों का आयात करता है, जो कि पाखंडपूर्ण है।"


नवारो का गुस्सा और प्रतिक्रिया


पीटर नवारो ने इस सामुदायिक नोट को "बकवास" करार देते हुए एक्स के मालिक एलन मस्क पर भी निशाना साधा। उन्होंने मस्क पर आरोप लगाया कि वह "लोगों की पोस्ट में प्रचार को अनुमति" दे रहे हैं। नवारो ने लिखा, "नीचे दिया गया बकवास नोट वास्तव में बकवास है। भारत रूस से तेल केवल लाभ के लिए खरीदता है। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से पहले भारत ने ऐसा कोई तेल नहीं खरीदा था। भारतीय सरकार का प्रचार तंत्र तेजी से काम कर रहा है। यूक्रेनियों को मारना बंद करें। अमेरिकी नौकरियां छीनना बंद करें।"


भारत पर नवारो की लगातार आलोचना


यह पहली बार नहीं है जब नवारो ने भारत के खिलाफ आरोप लगाए हैं। उन्होंने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद से भारत के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं। नवारो ने लिखा, "तथ्य: भारत में सबसे अधिक टैरिफ के कारण अमेरिकी नौकरियां खत्म हो रही हैं। भारत रूसी तेल को विशुद्ध रूप से लाभ कमाने के लिए खरीदता है, जिससे रूसी युद्ध मशीन को वित्तीय सहायता मिलती है। इससे अमेरिकी टैक्सपेयर को अधिक भुगतान करना पड़ता है। भारत सच्चाई को नहीं संभाल सकता।"


वह वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट का हवाला दे रहे थे, जिसमें कहा गया था कि वाशिंगटन की ओर से भारत के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे राजनयिक संबंध खराब हो रहे हैं। इससे पहले, नवारो ने भारत को निशाना बनाने के लिए 'टैरिफ के महाराजा', 'क्रेमलिन के लिए लॉन्ड्रोमैट', 'यूक्रेन में मोदी का युद्ध' जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया है।