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पुणे में सांप्रदायिक तनाव: व्हाट्सएप पोस्ट के चलते हिंसा भड़की

पुणे के यवत गांव में एक विवादास्पद व्हाट्सएप पोस्ट के चलते सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ, जिससे हिंसा भड़की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 500 से अधिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
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पुणे में सांप्रदायिक तनाव: व्हाट्सएप पोस्ट के चलते हिंसा भड़की

पुणे में हिंसा का कारण

Pune Violence: पुणे के दौंड तहसील के यवत गांव में शुक्रवार को एक विवादास्पद व्हाट्सएप पोस्ट के कारण सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ। देखते ही देखते, बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और हिंसा भड़क गई। इस दौरान कई दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया और आगजनी की घटनाएं भी हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करने की आवश्यकता पड़ी।


गिरफ्तारी और कार्रवाई

इस मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 500 से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा, विवादास्पद पोस्ट डालने वाले युवक को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। प्रशासन ने यवत गांव में सुरक्षा बलों की तैनाती की है और धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है।


घटनाक्रम का विवरण

यवत गांव में एक युवक द्वारा व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के बाद माहौल बिगड़ गया। स्थानीय लोगों ने आक्रोशित होकर सड़कों पर उतरकर हिंसा की। भीड़ ने एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया और एक बेकरी तथा दो कारों को भी नुकसान पहुंचाया। एक धार्मिक स्थल को भी क्षति पहुंचाने की सूचना मिली है।


पुलिस की कार्रवाई

यवत पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक नारायण देशमुख ने बताया कि अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें 6 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें से चार एफआईआर 500 से अधिक लोगों के खिलाफ हैं। इनमें से 100 से अधिक की पहचान की जा चुकी है।


स्थिति नियंत्रण में

हिंसा के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल ने बताया कि पुलिस की तत्परता से स्थिति पर नियंत्रण पाया गया है। गांव में SRPF समेत भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में किसी साजिश के संकेत नहीं मिले हैं।


आरोपी युवक की पहचान

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी दी कि विवादास्पद पोस्ट डालने वाला युवक नांदेड़ का निवासी है और यवत में दिहाड़ी मजदूरी करता है। पवार ने बताया कि उसने मध्य प्रदेश की एक घटना से संबंधित पोस्ट डाली थी, जिससे स्थानीय लोग नाराज हो गए और उन्होंने हिंसक प्रतिक्रिया दी।


निषेधाज्ञा लागू

प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। ये प्रतिबंध तब तक प्रभावी रहेंगे जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते।