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पुलिस स्मृति दिवस पर राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि, सुरक्षा बलों के योगदान को सराहा

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस स्मृति दिवस पर बहादुर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने समाज और पुलिस के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि पुलिस को अपनी छवि को सुधारने की चुनौती का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस बलों के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना की भी सराहना की।
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पुलिस स्मृति दिवस पर राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि, सुरक्षा बलों के योगदान को सराहा

पुलिस स्मृति दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि


नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में पुलिस स्मृति दिवस समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह दिन उन सभी पुलिस और पैरामिलिटरी बलों के जवानों के बलिदान को याद करने का है, जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपने जीवन का बलिदान दिया।


राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि समाज और पुलिस एक-दूसरे पर निर्भर हैं। शांति और प्रगति तभी संभव है जब सुरक्षा, न्याय और विश्वास की भावना मजबूत हो। पुलिस तभी प्रभावी होती है जब नागरिक कानून का सम्मान करते हैं और पुलिस के साथ सहयोग करते हैं। जब समाज और पुलिस के बीच आपसी समझ और जिम्मेदारी होती है, तब दोनों ही समृद्ध होते हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब 'अमृत काल' में प्रवेश कर चुका है और 2047 तक विकसित भारत का सपना देखने के साथ, देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को संतुलित रखना आवश्यक हो गया है।


पुलिस की छवि और समाज का सहयोग

रक्षा मंत्री ने बताया कि आज पुलिस को केवल अपराध से ही नहीं, बल्कि अपनी छवि से भी लड़ना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह संतोषजनक है कि हमारी पुलिस न केवल अपनी आधिकारिक जिम्मेदारियों को निभा रही है, बल्कि नैतिक कर्तव्यों का भी पालन कर रही है। जनता को विश्वास है कि अगर कुछ गलत होता है, तो पुलिस उनके साथ खड़ी होगी।


उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज ने लंबे समय तक पुलिस के योगदान को उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमें पुलिस के बलिदान को याद रखने के लिए सकारात्मक प्रयास करने चाहिए थे। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2018 में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है।