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पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला का राज्यसभा में मनोनयन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। इसके साथ ही अन्य प्रमुख व्यक्तियों का भी नाम शामिल है। श्रृंगला का जन्म मुंबई में हुआ और उन्होंने भारतीय विदेश सेवा में 38 वर्षों तक कार्य किया। वे अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में भारत के राजदूत रह चुके हैं। जानें उनके अनुभव और राज्यसभा में मनोनयन की प्रक्रिया के बारे में।
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पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला का राज्यसभा में मनोनयन

हर्षवर्धन श्रृंगला का राज्यसभा में मनोनयन

पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हर्षवर्धन श्रृंगला को राज्यसभा के लिए नामित किया है। इसके साथ ही प्रसिद्ध वकील उज्जवल निकम, इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन और केरल के सी. सदानंद मास्टर का नाम भी शामिल है। राष्ट्रपति उन व्यक्तियों को राज्यसभा में मनोनीत कर सकती हैं जिन्होंने साहित्य, कला और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आइए जानते हैं हर्षवर्धन श्रृंगला के बारे में, जिन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया है।


हर्षवर्धन श्रृंगला भारतीय विदेश सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उनका जन्म मुंबई में हुआ था और उनके पिता भी प्रशासनिक सेवा में थे। श्रृंगला ने 2023 में दिल्ली में आयोजित जी-20 बैठक में समन्वय की जिम्मेदारी निभाई थी। इसके पूर्व, वे अमेरिका में भारत के राजदूत, बांग्लादेश में उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत रह चुके हैं। इसके अलावा, वे भारत के विदेश सचिव भी रह चुके हैं। श्रृंगला ने अपनी स्कूली शिक्षा मेयो कॉलेज, अजमेर से प्राप्त की और बाद में दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की।


हर्षवर्धन श्रृंगला के राजनयिक अनुभव


श्रृंगला ने आर्थिक कूटनीति, प्रवासी भारतीयों और भारत-बांग्लादेश संबंधों पर कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। वे 1984 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए और 38 वर्षों तक इस सेवा में कार्यरत रहे। उन्होंने फ्रांस, न्यूयॉर्क में यूएन के स्थायी मिशन में भी काम किया है। इसके अलावा, श्रृंगला ने वियतनाम, इजराइल और दक्षिण अफ्रीका में भारतीय वाणिज्य दूतावास में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उनके अमेरिकी राजदूत रहते हुए 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो किसी विदेशी नेता का अमेरिका में पहला बड़ा कार्यक्रम था।


राज्यसभा में मनोनयन की प्रक्रिया


भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार, राज्यसभा के गठन और सदस्यों की संख्या का निर्धारण किया गया है। इस अनुच्छेद के तहत राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 250 हो सकती है, जबकि वर्तमान में इसमें 245 सदस्य हैं। इनमें से 233 सदस्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निर्वाचित होते हैं, जबकि 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत होते हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला का मनोनयन इसी प्रक्रिया के तहत किया गया है।