पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ और भूस्खलन: जानें क्या हो रहा है हालात

भारी बारिश से तबाही का मंजर
पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में मूसलधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने व्यापक तबाही मचाई है। अब तक 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। असम, अरुणाचल प्रदेश, मिज़ोरम और मेघालय इस संकट से सबसे अधिक प्रभावित हैं। मणिपुर, सिक्किम और त्रिपुरा में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
केंद्रीय गृह मंत्री की सक्रियता
रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों तथा मणिपुर के राज्यपाल से बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव सहायता के लिए तत्पर है। उन्होंने लिखा, "मोदी सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।"
असम में स्थिति चिंताजनक
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चेतावनी दी है कि अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण असम की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सिलचर, करीमगंज और हैलाकांडी जैसे क्षेत्रों में पहले से ही भारी बारिश हो रही है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
कांग्रेस का समर्थन और राहत कार्य
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि लखीमपुर और शिवसागर जैसे जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों में सहयोग करने का निर्देश दिया है.
मणिपुर में सेना का बचाव अभियान
मणिपुर में भारतीय सेना, असम राइफल्स और राज्य फायर सर्विस ने मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया है। अब तक इंफाल ईस्ट और वेस्ट से लगभग 1,500 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। सेना ने बताया कि वे पहले से ही ऐसी स्थिति के लिए तैयार थे और जैसे ही हालात बिगड़े, तुरंत कार्रवाई की गई.
त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में स्थिति गंभीर
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत शिविरों की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। वहीं, अरुणाचल प्रदेश में नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.
सिक्किम में फंसे पर्यटक
सिक्किम के मंगन जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण लाचेन और लाचुंग में हजारों पर्यटक फंसे हुए हैं। पुलिस अधीक्षक देचू भूटिया ने बताया कि पुल टूटने और तीस्ता नदी के उफान के चलते राहत कार्य में कठिनाई हो रही है.
मौसम विभाग की नई चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने 2 जून को असम, मेघालय, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है.