पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति पर जे.पी. नड्डा की चिंता

बाढ़ की गंभीर स्थिति
जेपी नड्डा: भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। इसी संदर्भ में, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने सोमवार को कई क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है।
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की और भाजपा की राज्य इकाइयों तथा कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल होने का निर्देश दिया है।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में हो रही भारी बारिश से प्रभावित लोगों के लिए मैं बहुत चिंतित हूं। मैंने भाजपा की राज्य इकाइयों और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि वे हर संभव सहायता प्रदान करें। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे आवश्यक सावधानी बरतें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करें।"
इससे पहले, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम (हिमंत बिस्वा सरमा), अरुणाचल प्रदेश (पेमा खांडू) और सिक्किम (प्रेम सिंह तमांग) के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल (अजय कुमार भल्ला) से फोन पर बात कर बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली थी।
गृह मंत्री ने बाढ़ प्रभावित राज्यों को केंद्र सरकार की सहायता का आश्वासन भी दिया था। उन्होंने एक एक्स पोस्ट में बताया कि असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात की गई थी, और उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया। मोदी सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के समर्थन में दृढ़ता से खड़ी है।
पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकारियों के अनुसार, 29 मई से जारी बारिश और बाढ़ के कारण 34 लोगों की जान गई है, जिसमें असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मेघालय और मिजोरम में 6-6, त्रिपुरा में 2 और नागालैंड में 1 व्यक्ति शामिल है।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि ये मौतें डूबने, भूस्खलन और जलभराव के कारण हुई हैं।