पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून से पहले भारी बारिश का कहर
पूर्वोत्तर भारत में इस बार मॉनसून ने दस्तक देने से पहले ही भारी बारिश का कहर बरपाया है। मिजोरम और असम में मूसलधार बारिश ने कई क्षेत्रों को संकट में डाल दिया है। लॉन्गतलाई शहर में भूस्खलन के कारण कई घर और एक होटल मलबे में समा गए हैं, जिसमें म्यांमार से आए मेहमानों के फंसे होने की आशंका है। राहत कार्य जारी है, जबकि असम में बारिश ने जीवन की गति को रोक दिया है। जानें इस संकट के बारे में और अधिक जानकारी।
May 31, 2025, 11:51 IST
| मौसम की मार से प्रभावित क्षेत्र
पूर्वोत्तर भारत में इस बार मॉनसून ने दस्तक देने से पहले ही तबाही मचाई है। मिजोरम और असम की हरी वादियों में मूसलधार बारिश ने संकट पैदा कर दिया है। लॉन्गतलाई शहर की गलियाँ, जो पहले शांत और धुंधली थीं, अब मलबे और तबाही के दृश्य में बदल गई हैं। शुक्रवार रात लगभग 10:30 बजे, जब लोग सोने की तैयारी कर रहे थे, भूस्खलन ने बाजार वेंग और चांदमारी के सीमावर्ती क्षेत्रों में अचानक हमला किया। पहाड़ी चट्टानें ढह गईं, जिससे पांच घर और एक होटल मिट्टी में समा गए। उस होटल में म्यांमार से आए मेहमानों के फंसे होने की आशंका है। कई लोगों की मौत की खबरें हैं, लेकिन आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।घटना के बाद, यंग लाई एसोसिएशन (वाईएलए) के स्वयंसेवक और राज्य आपदा मोचन बल के जवान राहत कार्य में जुट गए हैं। वे अंधेरे और कीचड़ में किसी भी जीवित व्यक्ति को मलबे से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर, असम में बारिश ने जीवन की गति को रोक दिया है। स्कूल और कॉलेज बंद हैं, और सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा छाया हुआ है। पश्चिमी जिलों में बारिश की तीव्रता इतनी अधिक है कि धरती पानी में घुलने लगी है। बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव ने उत्तर-पूर्व के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जहाँ पानी अब विनाश का संदेश लेकर आया है।