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पूर्वोत्तर में बारिश से तबाही: भूस्खलन में तीन जवानों की मौत

पूर्वोत्तर भारत में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश ने तबाही मचाई है। भूस्खलन की एक घटना में तीन जवानों की जान चली गई, जबकि कई लोग लापता हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, जिसमें सेना और वायु सेना शामिल हैं। असम, मणिपुर और त्रिपुरा में बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। जानें इस संकट की पूरी कहानी और प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति।
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पूर्वोत्तर में बारिश से तबाही: भूस्खलन में तीन जवानों की मौत

गंगटोक में बारिश का कहर

गंगटोक। पूर्वोत्तर भारत में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण रविवार शाम को एक सेना का शिविर भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें तीन जवानों की जान चली गई। उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। राहत और बचाव दल ने चार लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला, जिन्हें हल्की चोटें आई हैं। हालांकि, छह जवान अब भी लापता हैं और उनकी खोज जारी है।


मृतकों की पहचान और पर्यटकों का सुरक्षित निकाला जाना

सेना ने सोमवार को जानकारी दी कि जिन जवानों के शव मिले हैं, उनकी पहचान हवलदार लखबिंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लाखड़ा के रूप में हुई है। इस बीच, सिक्किम के लाचेन और लाचुंग में 30 मई से फंसे एक हजार से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2023 में सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में बाढ़ आई थी, जिसमें 18 लोगों की जान गई थी और 98 लोग लापता हो गए थे, जिनमें 22 सेना के जवान भी शामिल थे।


पूर्वोत्तर में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं

सिक्किम सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है। असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में नौ, मेघालय में छह और मिजोरम में पांच मौतें हुई हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना, वायु सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है।


बाढ़ से प्रभावित लोग

असम में साढ़े तीन लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में बाढ़ से लगभग 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है। त्रिपुरा में भी 10 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मिजोरम की राजधानी आइजोल में भारी बारिश के कारण दो जून को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।