पृथ्वीराज चव्हाण का विवादास्पद बयान: माफी मांगने से किया इनकार
सियासी घमासान के बीच चव्हाण का अडिग रुख
नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर पर दिए गए अपने बयान के चलते कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने स्पष्ट किया है कि वह अपने शब्दों पर कायम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है और माफी मांगने की कोई आवश्यकता नहीं है। आज बुधवार को उन्होंने दोहराया कि वह किसी भी दबाव में अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगे।
चव्हाण के बयान से मचा राजनीतिक तूफान
पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान चव्हाण के बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। उन्होंने कहा कि मई में पाकिस्तान के साथ हुए ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इस बयान पर भाजपा और अन्य संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
चव्हाण का माफी न मांगने का कारण
चव्हाण ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने कोई गलत टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते, लेकिन माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। उनके अनुसार, उनका बयान तथ्यों पर आधारित है।
उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन भारतीय वायुसेना के विमानों को नुकसान पहुंचा था। पहले दिन के हवाई संघर्ष में भारतीय वायुसेना को भारी झटका लगा, जिससे विमान उड़ान नहीं भर सके।
ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ
ऑपरेशन सिंदूर भारत ने 7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की थी। सेना के अनुसार, इस अभियान में सौ से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तीन दिन तक सैन्य तनाव बना रहा। 10 मई को पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने भारत से संघर्ष विराम की अपील की थी।
भाजपा की प्रतिक्रिया
चव्हाण के बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सेना का अपमान करना कांग्रेस की पहचान बन चुका है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे बयानों पर कार्रवाई न होना कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है।
कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने चव्हाण के बयान से दूरी बनाने की कोशिश की है। झारखंड से कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि कांग्रेस सेना पर गर्व करती है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया।
