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पेरिस में गर्मी के कारण एफिल टॉवर बंद, रेड अलर्ट जारी

फ्रांस की राजधानी पेरिस में बढ़ते तापमान के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिससे एफिल टॉवर को बंद कर दिया गया है। मौसम एजेंसी ने गंभीर स्वास्थ्य खतरों की चेतावनी दी है। जून का महीना बार्सिलोना में सबसे गर्म रहा है, और शिक्षा मंत्रालय ने 1,350 स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। जानें इस गर्मी के प्रभाव और सरकार की तैयारी के बारे में।
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पेरिस में गर्मी के कारण एफिल टॉवर बंद, रेड अलर्ट जारी

पेरिस में गर्मी का संकट

फ्रांस की राजधानी पेरिस में मंगलवार, 1 जुलाई को तापमान में वृद्धि के चलते रेड अलर्ट घोषित किया गया है। भीषण गर्मी के कारण विश्व प्रसिद्ध एफिल टॉवर को जनता के लिए बंद कर दिया गया है। यह निर्णय यूरोप में चल रही लू की स्थिति को देखते हुए लिया गया है, जो कई देशों को प्रभावित कर रही है। यूरोप के विभिन्न हिस्सों में बढ़ती गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।


मौसम एजेंसी का अलर्ट

मौसम एजेंसी मेटियो फ्रांस ने सोमवार को देश के 16 क्षेत्रों के लिए रेड हीटवेव अलर्ट जारी किया, जो गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय खतरों की चेतावनी देता है। यह अलर्ट नागरिकों को गर्मी से बचने के लिए सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने का निर्देश देता है। मंगलवार को पेरिस में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के कारण एफिल टॉवर का शिखर अगले दो दिनों तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा।


जून का महीना सबसे गर्म

स्पेन की राष्ट्रीय मौसम सेवा ने मंगलवार को बताया कि बार्सिलोना में एक शताब्दी से अधिक समय में जून का महीना सबसे गर्म रहा है। बार्सिलोना के फेबरा वेधशाला ने 1914 के बाद से रिकॉर्ड तोड़ते हुए 26 डिग्री सेल्सियस का औसत तापमान दर्ज किया। इससे पहले, जून का सबसे गर्म औसत तापमान 2003 में 25.6 डिग्री सेल्सियस था।


शिक्षा क्षेत्र पर प्रभाव

बढ़ते तापमान ने शिक्षा क्षेत्र को भी प्रभावित किया है। फ्रांस के शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि अत्यधिक गर्मी के कारण लगभग 1,350 सरकारी स्कूल पूरी तरह या आंशिक रूप से बंद रहेंगे। मंत्रालय ने कहा, "ज़्यादा गर्मी के कारण क़रीब 1,350 सरकारी स्कूल या तो पूरी तरह या आंशिक रूप से बंद रहेंगे।" यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।


जनजीवन पर असर

पेरिस में एफिल टॉवर का बंद होना न केवल पर्यटकों के लिए निराशाजनक है, बल्कि यह गर्मी की गंभीरता को भी दर्शाता है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने, पर्याप्त पानी पीने और गर्मी से बचने के उपाय करने की सलाह दी है। यह स्थिति न केवल फ्रांस, बल्कि पूरे यूरोप में आपातकालीन उपायों की आवश्यकता को रेखांकित करती है।


भविष्य की चेतावनी

मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी चरम मौसमी घटनाएं भविष्य में और बढ़ सकती हैं। फ्रांस सरकार ने गर्मी से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।