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पेशावर में एफसी मुख्यालय पर आत्मघाती हमला, तीन सैनिकों की मौत

पेशावर में आज सुबह एक आत्मघाती हमले ने तीन सैनिकों की जान ले ली। खैबर पख्तूनख्वा में एफसी मुख्यालय पर हुए इस हमले में हमलावर भी मारे गए। यह घटना पाकिस्तान में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों का एक हिस्सा है। गृह मंत्री और रक्षा मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है। जानें इस हमले के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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पेशावर में एफसी मुख्यालय पर आत्मघाती हमला, तीन सैनिकों की मौत

पेशावर में आतंकवादी हमला

पेशावर: पाकिस्तान की राजधानी पेशावर में आज सुबह एक बड़ा धमाका हुआ, जिससे पूरा क्षेत्र दहल उठा। खैबर पख्तूनख्वा में स्थित पैरामिलिट्री फोर्स के मुख्यालय पर यह हमला हुआ है। स्थानीय मीडिया ने इस घटना की पुष्टि की है। धमाके के बाद गोलीबारी की भी सूचना मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला सुबह 8 बजे सद्दार-कोहाट रोड पर हुआ। हमलावरों ने पहले एफसी मुख्यालय के गेट पर आत्मघाती हमला किया। इस विस्फोट के बाद, वे बिल्डिंग में घुसने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन मारे गए। इस हमले में एफसी के तीन जवानों की जान गई, जबकि दो अन्य घायल हुए हैं।


हमले की जानकारी: वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पेशावर में फेडरल कांस्टेबुलरी (एफसी) के मुख्यालय पर यह हमला हुआ। पेशावर के पुलिस ऑफिसर डॉ. मियां सईद अहमद ने बताया, "हम हमले का जवाब दे रहे हैं और पूरे इलाके को घेर लिया गया है।" सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, आत्मघाती हमलावर ने एफसी मुख्यालय के गेट पर खुद को उड़ा लिया। इसके बाद फायरिंग की आवाज भी सुनाई दी। इस फोर्स का मुख्यालय एक व्यस्त क्षेत्र में स्थित है, जो एक सैन्य कैंटोनमेंट के निकट है।


आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि: रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में, विशेषकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। हाल ही में, इस्लामाबाद में एक कोर्ट के बाहर आत्मघाती हमले में 12 लोग मारे गए थे और 27 अन्य घायल हुए थे। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने बताया कि यह आत्मघाती विस्फोट दोपहर 12:39 बजे हुआ था। घायलों का इलाज चल रहा है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अस्पताल से स्थिति की जानकारी ली है।


रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया: रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस घटना को "वेक-अप कॉल" बताया है। उन्होंने कहा, "हम युद्ध की स्थिति में हैं। जो लोग सोचते हैं कि पाकिस्तानी सेना केवल अफगान-पाकिस्तान सीमा पर लड़ाई कर रही है, उन्हें यह घटना एक चेतावनी के रूप में लेनी चाहिए।" इससे पहले, सितंबर में खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू जिले में एपीसी मुख्यालय पर भी हमला हुआ था, जिसमें छह पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी और पांच आतंकवादी भी मारे गए थे।