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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना: छोटे व्यवसायों के लिए बिना गारंटी लोन

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना भारत में छोटे और माइक्रो व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता कार्यक्रम है। इस योजना के तहत, योग्य नागरिकों को बिना गारंटी के 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। योजना का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। जानें इस योजना की श्रेणियाँ, आवेदन प्रक्रिया और पात्रता मानदंड के बारे में।
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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना: छोटे व्यवसायों के लिए बिना गारंटी लोन

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन


प्रधानमंत्री मुद्रा लोन: भारत में कई युवा और छोटे उद्यमी पूंजी की कमी के कारण अपने व्यवसाय की शुरुआत नहीं कर पाते हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत की।


इस योजना का उद्देश्य देश में छोटे और माइक्रो व्यवसायों को सस्ते और बिना गारंटी के लोन प्रदान करना है। इसके तहत, योग्य नागरिकों को शिशु, किशोर और तरुण श्रेणियों में अधिकतम ₹10 लाख तक का व्यवसाय लोन दिया जाता है.


योजना का उद्देश्य

मुद्रा योजना का मुख्य लक्ष्य छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिन्हें बैंक से लोन प्राप्त करने में कठिनाई होती है। इसका ध्यान रोजगार सृजन, छोटे उद्योगों को प्रोत्साहित करने और स्वरोजगार को मजबूत करने पर है। यह योजना रिटेल व्यापार, सेवा क्षेत्र, कृषि से संबंधित गतिविधियों और विनिर्माण इकाइयों के लिए लाभकारी है.


मुद्रा लोन में शामिल व्यवसाय

मुद्रा लोन उन व्यवसायों को दिया जाता है जो गैर-कृषि और गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्र में कार्यरत हैं। इसमें ई-रिक्शा, टैक्सी, ट्रैक्टर, ट्रॉली, माल ढोने वाले वाहन, दुकानें, रिपेयर शॉप, जिम, सैलून, मेडिकल स्टोर, फोटोकॉपी सेंटर, खाद्य उत्पाद निर्माण (जैसे पापड़, अचार, बिस्किट, आइसक्रीम), डेयरी और मछली पालन शामिल हैं। माइक्रो उपकरण वित्तपोषण और ग्रामीण कृषि मूल्य वर्धन गतिविधियाँ भी इसमें शामिल हैं.


मुद्रा योजना की श्रेणियाँ

मुद्रा योजना तीन श्रेणियों में वितरित की जाती है: शिशु श्रेणी में 50,000 तक, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5 लाख के बीच, और तरुण श्रेणी में 5 लाख से 10 लाख के बीच। इस योजना में किसी भी प्रकार की गारंटी या तीसरे पक्ष की गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है.


मुद्रा लोन कार्यशील पूंजी, मशीनरी खरीदने, दुकानें खोलने, वाहन खरीदने, माइक्रो विनिर्माण इकाई स्थापित करने और विभिन्न आय उत्पन्न करने वाली गतिविधियों के लिए लिया जा सकता है. आवश्यकता पड़ने पर मुद्रा कार्ड से नकद भी निकाला जा सकता है.


कैसे करें आवेदन

आप अपने नजदीकी बैंक शाखा या एनबीएफसी में जाकर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र mudra.org.in से डाउनलोड किया जा सकता है या बैंक की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है.


आवेदकों को पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, व्यवसाय दस्तावेज और दो पासपोर्ट आकार की फोटो जमा करनी होगी। दस्तावेजों की जांच के बाद, लोन की राशि 7 से 10 कार्य दिवसों के भीतर उनके खाते में जमा कर दी जाती है.


लोन के लिए पात्रता

18 से 65 वर्ष की आयु के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक जिसका नया या मौजूदा छोटा व्यवसाय है, वह मुद्रा लोन के लिए पात्र है। इस योजना के तहत लोन बैंक, माइक्रोफाइनेंस संस्थान और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रदान करते हैं.


ब्याज दर

मुद्रा लोन पर ब्याज दर बैंक और ग्राहक की प्रोफ़ाइल पर निर्भर करती है। इस योजना के तहत पुनर्भुगतान की अवधि सात साल तक होती है। महिला उद्यमियों को विशेष छूट और प्रोसेसिंग फीस में राहत मिलती है। सरकार गारंटी भी प्रदान करती है, जिससे उधार लेने वाले पर अतिरिक्त सुरक्षा का बोझ समाप्त हो जाता है.


मुद्रा योजना के तहत विशेष प्रोत्साहन

सरकार ने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए मुद्रा योजना के तहत विशेष प्रोत्साहन प्रदान किए हैं। महिला आवेदक कम ब्याज दर पर और बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अधिकतम 10 लाख तक का लोन ले सकती हैं.