प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या में भव्य स्वागत और राम मंदिर में ध्वजारोहण
प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या दौरा
अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी का आज जोरदार स्वागत हुआ। वे राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजारोहण करने के लिए पहुंचे हैं। इस अवसर पर, पीएम मोदी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के साथ मिलकर पहली बार रामदरबार में पूजा अर्चना की और आरती की। इसके बाद, उन्होंने रामलला के दर्शन किए और उनके लिए वस्त्र और चंवर लेकर आए। पीएम ने सप्त मंदिर में भी पूजा की।
सप्त मंदिर का महत्व
सप्त मंदिर महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुह और माता शबरी को समर्पित हैं। ये सभी भगवान राम के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गुरु, भक्त और सहयोगी हैं। इन मंदिरों का परिसर में होना उनके स्थायी महत्व और सम्मान को दर्शाता है।
ध्वजारोहण समारोह
दोपहर लगभग 12:00 बजे, प्रधानमंत्री ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होंगे, जो राम मंदिर के निर्माण की औपचारिक पूर्णता का प्रतीक होगा। यह समारोह देशभर के भक्तों के लिए सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। अभिजीत मुहूर्त में, पीएम के बटन दबाते ही 2 किलो की केसरिया ध्वजा 161 फीट ऊंचे शिखर पर फहराई जाएगी, जिससे राम मंदिर को पूर्ण माना जाएगा।
विशेष ध्वज का निर्माण
राम मंदिर के लिए तैयार किया गया यह ध्वज 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा है। इसे गुजरात के अहमदाबाद के एक विशेषज्ञ द्वारा बनाया गया है। यह ध्वज 2 से 3 किलोग्राम वजन का है और इसे ऊंचाई और हवाओं में सुरक्षित रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक
यह आयोजन अयोध्या में चल रहे सांस्कृतिक पुनर्जागरण का एक महत्वपूर्ण चरण है। नेताओं ने कहा है कि यह ध्वज केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता और समृद्ध सांस्कृतिक मूल्यों का भी प्रतिनिधित्व करता है। पीएम मोदी के अयोध्या आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया और इसके बाद प्रधानमंत्री मंदिर परिसर की ओर रवाना हुए, जहां उन्होंने एक भव्य रोड शो किया।
जनता का उत्साह
रास्ते के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग खड़े थे, तिरंगा, भारतीय जनता पार्टी के झंडे और भगवान राम के प्रतीक वाले झंडे लहरा रहे थे। पूरा शहर “जय श्री राम” और “मोदी- मोदी” के नारों से गूंज रहा था। जब प्रधानमंत्री का काफिला साकेत कॉलेज से राम जन्मभूमि मंदिर की ओर बढ़ रहा था, तो लोगों ने उन पर फूल बरसाए। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को लेकर लोगों की उत्सुकता स्पष्ट थी।
