प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक 103 मिनट का स्वतंत्रता दिवस भाषण

प्रधानमंत्री मोदी का रिकॉर्ड तोड़ भाषण
PM Modi speech Record: स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए एक नया इतिहास रच दिया। उन्होंने 103 मिनट का भाषण देकर भारत के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण प्रस्तुत किया। यह भाषण 2024 में उनके द्वारा दिए गए 98 मिनट के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है। पीएम मोदी ने अपना संबोधन सुबह 7:33 बजे शुरू किया और 9:16 बजे समाप्त किया, जिसमें उन्होंने देश की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
भाषण की लंबाई और महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का 103 मिनट का भाषण न केवल समय के लिहाज से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसके विषय की गहराई भी ऐतिहासिक रही। उन्होंने आर्थिक विकास, सामाजिक सुधार, तकनीकी प्रगति और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही, उन्होंने युवाओं, किसानों, महिलाओं और उद्यमियों के लिए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया।
पुराने रिकॉर्ड और पीएम मोदी के भाषण
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण आमतौर पर पूर्व प्रधानमंत्रियों की तुलना में लंबे होते हैं। 2016 में उन्होंने 96 मिनट, 2019 में 92 मिनट और 2023 में लगभग 90 मिनट का भाषण दिया था। इससे पहले, 1947 में जवाहरलाल नेहरू ने 72 मिनट और 1997 में इंद्र कुमार गुजराल ने 71 मिनट का भाषण दिया था।
सबसे छोटे भाषणों का इतिहास
जहां एक ओर लंबे भाषणों का रिकॉर्ड पीएम मोदी के नाम है, वहीं सबसे छोटे भाषण देने का रिकॉर्ड जवाहरलाल नेहरू (1954) और इंदिरा गांधी (1966) के नाम है, जिनके भाषण मात्र 14 मिनट के थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के भाषण अपेक्षाकृत छोटे रहे, जो 25 से 35 मिनट के बीच थे।
2047 तक का विजन
अपने भाषण में, पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने 'अमृत काल' के लक्ष्यों, आत्मनिर्भर भारत की दिशा और वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त भूमिका पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने देशवासियों से एकजुट होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।