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प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर हमला: राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एकता की आवश्यकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए पहलगाम आतंकी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में विपक्ष की बयानबाज़ी को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस गंभीर संकट के समय सेना का समर्थन नहीं किया और राष्ट्रीय एकता को कमजोर किया। मोदी ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह से संप्रभुता पर आधारित है। इस बहस में गृह मंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर हमला किया। मोदी ने कहा कि जब देश पर संकट आता है, तो राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एकजुटता आवश्यक होती है।
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प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर हमला: राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एकता की आवश्यकता

प्रधानमंत्री का तीखा प्रहार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और इसके जवाब में चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर कांग्रेस को कठोर शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक समर्थन मिला, लेकिन कांग्रेस ने इस गंभीर संकट के समय सेना और सरकार का साथ नहीं दिया। पीएम मोदी ने बताया कि 193 देशों में से केवल तीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया, जबकि बाकी सभी भारत के साथ खड़े थे। इसके बावजूद, कांग्रेस पार्टी ने देश के भीतर एकता और साहस की भावना को कमजोर करने का प्रयास किया।


सेना का मनोबल और विपक्ष की बयानबाज़ी

प्रधानमंत्री ने विपक्ष के '56 इंच की छाती' जैसे बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना आतंकियों से लड़ रहे थे, तब विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाकर सेना का मनोबल तोड़ने का काम किया। मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसी साहसी कार्रवाई पर भी संदेह जताया, जो सेना की बहादुरी का प्रतीक है।


विदेश नीति पर राहुल गांधी के आरोपों का उत्तर

प्रधानमंत्री का यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों के बाद आया, जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान सीज़फायर का श्रेय लेने की बात उठाई थी। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने भारत की विदेश नीति को अमेरिका के हाथों में सौंप दिया है। इस पर मोदी ने कहा कि भारत ने जो भी कदम उठाए, वे पूरी तरह से संप्रभुता और आत्मनिर्णय के आधार पर थे। किसी भी देश ने भारत को रोकने या हस्तक्षेप करने के लिए नहीं कहा।


गृह मंत्री का पी. चिदंबरम पर जवाब

इस बहस के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर भी हमला किया, जिन्होंने आतंकियों के पाकिस्तान से संबंध पर संदेह व्यक्त किया था। अमित शाह ने संसद में बताया कि जिन तीन आतंकियों को ऑपरेशन में मारा गया, उनके पास से बरामद हथियारों की फॉरेंसिक जांच में यह प्रमाणित हुआ कि वही हथियार पहलगाम हमले में इस्तेमाल किए गए थे। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट सबूत है कि वही लोग हमले में शामिल थे, और यह दुखद है कि विपक्ष इन तथ्यों को भी राजनीतिक दृष्टिकोण से देख रहा है।


राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह बार-बार सेना की क्षमताओं पर सवाल उठाकर देश की रक्षा प्रणाली को कमजोर कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब देश पर संकट आता है, तो राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एकजुटता आवश्यक होती है। लेकिन कांग्रेस न केवल सवाल उठा रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि को भी नुकसान पहुंचा रही है। मोदी ने यह भी कहा कि पहले जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, तब भी कांग्रेस ने सेना से सबूत मांगे थे, और अब वही रवैया अपनाया जा रहा है।


सरकार और विपक्ष के बीच खाई

इस बहस से स्पष्ट है कि सरकार और विपक्ष के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर गहरी खाई बन चुकी है। जहां सरकार इसे अपनी उपलब्धि और राष्ट्रीय गर्व के रूप में प्रस्तुत कर रही है, वहीं विपक्ष सरकार की नीतियों पर सवाल उठाकर उसे जवाबदेह ठहराना चाहता है। लेकिन इन सबके बीच, सबसे महत्वपूर्ण है – सेना और देश की सुरक्षा को राजनीति से ऊपर रखना।