प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर दौरा: कांग्रेस नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री का मणिपुर दौरा
नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर पहुंचे। यह उनका पहला दौरा है, जो 2023 में मैतेई और कुकी जनजातियों के बीच हुई हिंसा के बाद हो रहा है। इस दौरे पर कांग्रेस के नेता प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कड़ी आलोचना की। प्रियंका गांधी ने केरल में पत्रकारों से कहा कि उन्हें खुशी है कि पीएम ने दो साल बाद यह निर्णय लिया है, लेकिन यह दौरा समय पर होना चाहिए था।
प्रियंका ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पीएम ने इतने समय तक मणिपुर की स्थिति को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि इतने लोगों की जानें गईं और कई लोग कठिनाइयों का सामना कर रहे थे, तब जाकर पीएम ने वहां जाने का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में यह परंपरा नहीं रही है कि प्रधानमंत्री ऐसे समय में वहां न जाएं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम मोदी के दौरे की आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मणिपुर में तीन घंटे का उनका ठहराव कोई करुणा नहीं है, बल्कि यह एक दिखावा है। खड़गे ने कहा कि यह एक तमाशा है और घायल लोगों का अपमान है।
.@narendramodi ji
Your 3-hour PIT STOP in Manipur is not compassion — it’s farce, tokenism, and a grave insult to a wounded people.
Your so-called ROADSHOW in Imphal and Churachandpur today, is nothing but a cowardly escape from hearing the cries of people in relief camps!…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 13, 2025
खड़गे ने आगे कहा कि मणिपुर में 864 दिनों की हिंसा में लगभग 300 लोगों की जान गई और 67,000 लोग विस्थापित हुए। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम ने तब से 46 विदेश यात्राएं कीं, लेकिन अपने नागरिकों के प्रति सहानुभूति दिखाने के लिए एक भी यात्रा नहीं की।
राजधर्म पर सवाल
खड़गे ने पीएम मोदी से पूछा कि उनका राजधर्म कहां है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाने के बाद, गृह मंत्री अमित शाह के साथ मिलकर सभी समुदायों के साथ विश्वासघात किया गया। यह स्थिति कोई पश्चाताप नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के जख्मों पर एक क्रूर प्रहार है जो अभी भी आपकी बुनियादी जिम्मेदारियों से पीड़ित हैं।