प्रधानमंत्री मोदी का स्वतंत्रता दिवस भाषण: खेलों को बढ़ावा देने की नई नीति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: 15 अगस्त 2025 को 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली के लाल किले से देशवासियों को संबोधित किया। अपने 103 मिनट के भाषण में, उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने और इसे देश के हर हिस्से में पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हाल ही में लागू की गई राष्ट्रीय खेल नीति (NSP) 2025 को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
राष्ट्रीय खेल नीति 2025 का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय खेल नीति 2025 को एक ऐतिहासिक पहल बताया, जो भारत को वैश्विक स्तर पर खेलों में एक प्रमुख शक्ति बनाने की दिशा में कार्य करेगी। यह नीति 2001 की पुरानी खेल नीति का स्थान लेगी और भारत को 2036 के ओलंपिक खेलों सहित अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करेगी। इसका उद्देश्य स्कूलों से लेकर ओलंपिक तक एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र का विकास करना है, ताकि देश के दूरदराज के क्षेत्रों में भी खेलों को बढ़ावा मिल सके।
माता-पिता की सोच में बदलाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: उन्होंने खेलों के प्रति माता-पिता की बदलती सोच की सराहना की। मोदी ने कहा, "आज यदि बच्चे खेलों में रुचि दिखाते हैं, तो माता-पिता गर्व महसूस करते हैं। यह देश के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।" उन्होंने यह भी कहा कि खेल न केवल शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
खेलो इंडिया पहल
खेलो इंडिया: पीएम मोदी ने 'खेलो इंडिया' पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नीति देश में खेलों के समग्र विकास के लिए कई दशकों बाद लाई गई है। इस पहल के माध्यम से, स्कूलों से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का लक्ष्य है। मोदी ने कहा, "हम चाहते हैं कि खेल देश के हर कोने तक पहुंचे। इसके लिए हम एक ऐसा तंत्र विकसित कर रहे हैं, जो खिलाड़ियों को हर स्तर पर समर्थन प्रदान करे।"