प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद की बैठक: अमेरिका के टैरिफ का प्रभाव

महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार, 18 अगस्त को शाम 6:30 बजे अपने निवास स्थान, 7 लोक कल्याण मार्ग पर आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी) की एक महत्वपूर्ण बैठक का संचालन करेंगे। सूत्रों के अनुसार, यह बैठक अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ के संदर्भ में देश की आर्थिक स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित की जा रही है.
मंत्रियों की भागीदारी
इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत सात केंद्रीय मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव के कारण वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ रही है। बैठक का मुख्य उद्देश्य टैरिफ के प्रभावों का मूल्यांकन करना और भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करना है.
चीनी विदेश मंत्री की यात्रा
यह बैठक चीनी विदेश मंत्री वांग यी की दो दिवसीय भारत यात्रा के साथ मेल खाती है, जो आज से शुरू हो रही है। वांग यी की यह यात्रा भारत-चीन संबंधों में सुधार और सीमा विवाद पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। वे विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल के साथ बैठक करेंगे, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे.
जयशंकर की रूस यात्रा
बैठक का समय इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विदेश मंत्री एस जयशंकर कुछ ही दिनों बाद रूस की यात्रा पर जाएंगे। उनकी मुलाकात रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ 21 अगस्त को होगी, जिसमें द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह यात्रा अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ के जवाब में भारत की रूस और चीन के साथ बढ़ती साझेदारी को दर्शाती है.
भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति
यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद हो रही है। इसके अलावा, रूस से तेल खरीद के लिए नई दिल्ली को दंडित करने के लिए 27 अगस्त से इस टैरिफ को दोगुना करके 50 प्रतिशत करने की योजना है। इन टैरिफों से रत्न एवं आभूषण, वस्त्र और जूते जैसे 40 अरब अमेरिकी डॉलर के गैर-छूट वाले भारतीय निर्यात पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है.