प्रधानमंत्री मोदी की किंग चार्ल्स से मुलाकात: भारत-ब्रिटेन संबंधों की नई दिशा

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री मोदी की शिष्टाचार भेंट
ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सैंड्रिंघम हाउस में किंग चार्ल्स तृतीय से औपचारिक मुलाकात की। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत एक विशेष पौधा, डेविडिया इनवोलुक्राटा 'सोनोमा', जिसे हैंकी ट्री या डव ट्री के नाम से भी जाना जाता है, उपहार में दिया। यह मुलाकात केवल औपचारिकता नहीं थी, बल्कि भारत और ब्रिटेन के बीच गहरे संबंधों और साझा मूल्यों की झलक भी प्रस्तुत करती है।
एक पेड़ मां के नाम पहल का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया पौधा केवल एक प्रतीक नहीं है, बल्कि यह उनके 'एक पेड़ मां के नाम' पहल का प्रतिनिधित्व करता है। यह अभियान मातृत्व के सम्मान में पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करता है और पर्यावरण संरक्षण को व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में प्रस्तुत करता है। ब्रिटिश शाही परिवार ने इस पहल की सराहना की और कहा कि यह पौधा इस वर्ष शरद ऋतु में रोपा जाएगा।
भारत-ब्रिटेन साझेदारी की प्रगति
MEA प्रवक्ता रंधीर जैसवाल के अनुसार, पीएम मोदी और किंग चार्ल्स ने आयुर्वेद, योग और 'मिशन लाइफ' जैसे विषयों पर सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में और अधिक साझेदारी के संकेत दिए। यह मुलाकात दर्शाती है कि भारत और ब्रिटेन केवल रणनीतिक साझेदार नहीं हैं, बल्कि सांस्कृतिक और जीवनशैली के क्षेत्र में भी गहराई से जुड़े हुए हैं।
व्यापार और खेल में महत्वपूर्ण कदम
किंग से मुलाकात से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं कीं और भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए। चेकर्स में हुई इस बैठक के दौरान एक विशेष प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें दोनों देशों के आर्थिक संबंधों की झलक पेश की गई। पीएम मोदी ने इसे भारत-ब्रिटेन साझेदारी को नई ऊंचाई देने वाला कदम बताया।
क्रिकेट और फुटबॉल पर चर्चा
इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने बकिंघमशायर स्ट्रीट क्रिकेट हब के खिलाड़ियों से भी मुलाकात की। उन्होंने क्रिकेट को दोनों देशों के बीच 'संयुक्त जुनून' बताया और T20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के हस्ताक्षर वाला बैट खिलाड़ियों को भेंट किया। इसके अलावा, उन्होंने एक प्रीमियर लीग ट्रॉफी को भी देखा और कहा कि भारत के युवा फुटबॉल को बहुत पसंद करते हैं, और कई ब्रिटिश क्लब भारत में काफी लोकप्रिय हैं।