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प्रधानमंत्री मोदी की यूके यात्रा: व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनाइटेड किंगडम की दो दिवसीय यात्रा शुरू की है, जिसका उद्देश्य भारत और यूके के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना है। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात करेंगे और फ्री ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करेंगे। जानें इस यात्रा के प्रमुख बिंदु और दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने की योजनाएं।
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प्रधानमंत्री मोदी की यूके यात्रा: व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम

प्रधानमंत्री मोदी की लंदन यात्रा

PM Modi in UK: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूनाइटेड किंगडम की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर लंदन पहुंचे हैं। यह यात्रा दोनों देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत और यूके के बीच व्यापारिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ करना है। पीएम मोदी के आगमन पर, ब्रिटिश और भारतीय अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जिसमें ब्रिटिश मंत्री कैथरीन वेस्ट और भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी शामिल थे.


प्रधानमंत्री मोदी की यह चौथी यात्रा है, जो उन्होंने पीएम के रूप में की है। इससे पहले, उन्होंने 2015, 2018 और 2021 में COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान यूके का दौरा किया था। यूके में भारतीय समुदाय के लोग उन्हें फिर से देखकर काफी उत्साहित हैं.


कीर स्टारमर से मुलाकात और व्यापार समझौता

पीएम मोदी यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से करेंगे मुलाकात: 


इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी चेकर्स में यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात करेंगे और किंग चार्ल्स तृतीय के साथ भी बातचीत करेंगे। इस यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड डील पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच आयात और निर्यात पर टैक्स को कम करना, उत्पादों को सस्ता बनाना और व्यापार को सरल बनाना है। दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक व्यापार को 120 अरब डॉलर तक पहुंचाना है.


वर्तमान में, भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार 55 अरब डॉलर का है। ब्रिटेन भारत में एक प्रमुख निवेशक है, जिसने अब तक 36 अरब डॉलर का निवेश किया है। इस बीच, ब्रिटेन में भारतीय कंपनियां लगभग 1,00,000 लोगों को रोजगार देती हैं और लगभग 20 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी हैं.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हैं और ये संबंध टेक्नोलॉजी, शिक्षा, रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे कई क्षेत्रों में फैले हुए हैं। इस यात्रा से इन संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है.