प्रधानमंत्री मोदी ने कर्तव्य भवन का उद्घाटन किया, आधुनिक भारत की दिशा में एक कदम

कर्तव्य भवन का उद्घाटन
कर्तव्य भवन का उद्घाटन: प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कहा कि नया कर्तव्य भवन विकसित भारत की नीतियों और दिशा को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक जनसभा में बोलते हुए, उन्होंने इस भवन को आधुनिक बुनियादी ढाँचे का प्रतीक और सुशासन के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री का उद्घाटन समारोह
प्रधानमंत्री ने कर्तव्य भवन को राष्ट्र को समर्पित करते हुए इसे जनसेवा के प्रति अटूट संकल्प का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह भवन नीतियों और योजनाओं के तेज़ क्रियान्वयन में मदद करेगा और देश के विकास को नई गति प्रदान करेगा। मोदी ने कहा कि कर्तव्य भवन 'एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता' को दर्शाता है।
भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश
भारत उल्लेखनीय उपलब्धियों का साक्षी बन रहा
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आधुनिक भारत के निर्माण से जुड़ी कई उल्लेखनीय उपलब्धियों का साक्षी बन रहा है। उन्होंने कर्तव्य पथ, नए संसद भवन, नए रक्षा भवन, भारत मंडपम, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और कर्तव्य भवन को इस नए युग के प्रतीक के रूप में सूचीबद्ध किया।
21वीं सदी की आकांक्षाएँ
21वीं सदी की आकांक्षाओं की पूर्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने 21वीं सदी के भारत की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए आधुनिक बुनियादी ढाँचे की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश को उन्नत सुविधाओं और ऐसी इमारतों की आवश्यकता है जो कर्मचारियों के लिए आरामदायक हों और सार्वजनिक सेवाओं का सुचारू वितरण सुनिश्चित करें।