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प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में आयोजित Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया, जहां उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की। सम्मेलन का मुख्य विषय 'Year of Reforms-Transformation for the Future' था। मोदी ने सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि वे न केवल सुरक्षा के प्रहरी हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने इंडियन आर्म्ड फोर्स विजन 2047 दस्तावेज का अनावरण किया, जो भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का रोडमैप प्रस्तुत करता है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया

प्रधानमंत्री का सम्मेलन में संबोधन

कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया, जो पूर्वी कमान द्वारा आयोजित किया गया था। इस वर्ष का सम्मेलन 'Year of Reforms-Transformation for the Future' विषय पर केंद्रित था। सम्मेलन में भारतीय सशस्त्र बलों की भविष्य की रणनीतिक तैयारियों पर गहन चर्चा की गई।



इस सम्मेलन में 'फोर्स मॉर्डनाइजेशन', तीनों सेनाओं के बीच सहयोग और एकीकरण, तथा मल्टी-डोमेन ऑपरेशनल रेडीनेस जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि ये न केवल देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी योगदान दे रहे हैं।


प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया


प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर में सशस्त्र बलों की भूमिका की प्रशंसा की, यह बताते हुए कि इस ऑपरेशन ने भारतीय सेना की क्षमता और अनुशासन को प्रदर्शित किया है। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने इंडियन आर्म्ड फोर्स विजन 2047 दस्तावेज का अनावरण किया, जो अगले 25 वर्षों के लिए एक रोडमैप प्रदान करता है।


प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में Combined Commanders Conference 2025 में भाग लिया


प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की रक्षा क्षमताओं को विश्वस्तरीय बनाने की अपार संभावनाएं हैं। हमारा लक्ष्य केवल वर्तमान की आवश्यकताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना है। इस सम्मेलन में तीनों सेनाओं के प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।