प्रधानमंत्री मोदी ने कौशल विकास के लिए नई योजनाओं का उद्घाटन किया

कौशल दीक्षांत समारोह में नई पहलों की शुरुआत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कौशल दीक्षांत समारोह के दौरान कई युवा-केंद्रित पहलों का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह समारोह इस बात का प्रतीक है कि भारत कौशल को कितनी प्राथमिकता देता है। आज देशभर के युवाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास की दो नई योजनाएं शुरू की गई हैं। इस दीक्षांत समारोह का उद्देश्य यह है कि श्रम को सम्मान देने के बिना, उन लोगों का सार्वजनिक जीवन में मान नहीं होगा जो हुनर के लिए काम करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ITIs और औद्योगिक शिक्षा न केवल आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये आत्मनिर्भरता की कार्यशाला भी हैं। 21वीं सदी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, हमें स्थानीय प्रतिभा, संसाधनों और ज्ञान को तेजी से आगे बढ़ाना होगा, जिसमें हमारे हजारों ITIs की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज PM-SETU योजना की शुरुआत की गई है, जिससे देशभर के 1,000 से अधिक ITIs को लाभ मिलेगा। इस योजना के माध्यम से ITIs को उन्नत किया जाएगा और यह भारत के युवाओं को वैश्विक कौशल मांग से जोड़ेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी ने समाज सेवा और शिक्षा के विस्तार में अपना जीवन समर्पित किया। उनके नाम पर बनने वाली कौशल विश्वविद्यालय उसी सपने को आगे बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम बनेगी। आज भारत युवा देशों में से एक है, और बिहार उन राज्यों में से है जहां युवा जनसंख्या का अनुपात सबसे अधिक है। इसलिए जब बिहार के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ता है, तो देश की ताकत भी बढ़ती है। NDA सरकार बिहार के युवाओं के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बताया गया कि बाइक और स्कूटर पर GST कम होने से बिहार के युवा खुश हैं। मैं बिहार और देश के युवाओं को उनकी आवश्यकताओं से संबंधित कई चीजों पर GST कम होने की बधाई देता हूं।