प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा युद्ध विराम में ट्रंप की भूमिका की सराहना की

प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: सोमवार को, प्रधानमंत्री ने गाजा युद्ध विराम समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता की सराहना की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में उन 20 जीवित बंधकों की वापसी का भी स्वागत किया, जिन्हें हमास ने दो वर्षों तक बंधक बनाए रखा था। आज उन्हें मुक्त किया गया।
मोदी ने लिखा, "हम दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाए रखने के बाद सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। उनकी आज़ादी उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के निरंतर शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।"
इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मजबूत नेतृत्व शैली की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह समझौता न केवल बंधकों की आजादी सुनिश्चित करता है, बल्कि गाजा के लोगों के लिए राहत और स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त करता है। भारत ने हमेशा क्षेत्रीय स्थिरता का समर्थन किया है, और पीएम ने दोहराया कि "किसी भी रूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है।"
बंधकों की रिहाई की कहानी
बंधकों की रिहाई: आज सुबह इजरायल पहुंचे इन 20 बंधकों की कहानी बेहद दिल दहला देने वाली है। ये लोग 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद से बंधक थे। ट्रंप के 20-सूत्री शांति योजना के तहत यह रिहाई पहली कड़ी है, जिसमें इजरायली सेना की वापसी और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली भी शामिल है। इजरायल में यह खबर उत्साह का संचार कर रही है, जहां राष्ट्रपति ने इसे "ऐतिहासिक विजय" करार दिया। हमास ने भी समझौते का स्वागत किया, लेकिन इजरायल से पूर्ण पालन की अपेक्षा जताई। अब हमास के पास कोई भी जिंदा इजराइली बंधक नहीं है। इसके बदले में, इजराइल ने आज 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है।