प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया

प्रधानमंत्री का हवाई सर्वेक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से मंडी और कुल्लू जिलों में बाढ़ और भूस्खलन के प्रभावों का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने भारी बारिश के कारण हुई तबाही का जायजा लिया। इससे पहले, उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया। पीएम मोदी दोपहर लगभग 1:30 बजे कांगड़ा पहुंचे और वहां एक आधिकारिक बैठक में राहत और पुनर्वास उपायों की समीक्षा की, साथ ही राज्य में हुए नुकसान का आकलन भी किया।
वित्तीय सहायता की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लिए 1500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। इसमें एसडीआरएफ और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त को अग्रिम रूप से जारी करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मंजूरी, राष्ट्रीय राजमार्गों के जीर्णोद्धार, और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष के तहत राहत का प्रावधान भी किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया, 'बाढ़ और भूस्खलन के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए रवाना हो रहा हूं। इस दुखद घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ भारत सरकार कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।'
पंजाब का दौरा
हिमाचल प्रदेश के निरीक्षण के बाद, प्रधानमंत्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद, वे गुरदासपुर जाएंगे, जहां वे एक और समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और प्रभावित परिवारों से मिलेंगे। पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, जिसमें राज्य सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में स्थिति
हिमाचल प्रदेश में अब तक 370 लोगों की मौत दर्ज की गई है। इनमें से 205 मौतें बारिश से संबंधित घटनाओं जैसे भूस्खलन, बादल फटने, फ्लैश फ्लड, बिजली गिरने और डूबने से हुई हैं, जबकि 165 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, कई क्षेत्रों में सामान्य स्थिति में लौटने में समय लगेगा। सरकार का कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत पहुंचाई जा रही है और सड़क, बिजली और संचार सुविधाओं को बहाल करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।