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प्रयागराज में बवाल: 50 गिरफ्तार, 40 से अधिक बाइकें जब्त

प्रयागराज के इसौटा गांव में हाल ही में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने 50 लोगों को गिरफ्तार किया और 42 लावारिस बाइकें जब्त की हैं। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने आरोप लगाया है कि बवाल करने वाले उनके कार्यकर्ता नहीं थे। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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प्रयागराज में बवाल: 50 गिरफ्तार, 40 से अधिक बाइकें जब्त

प्रयागराज में हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई

प्रयागराज: करछना तहसील के इसौटा गांव में हाल ही में हुए बवाल के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस अब उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने में जुटी है। उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद, पुलिस ने मौके से लगभग 42 लावारिस बाइकें जब्त की हैं, जो माना जा रहा है कि उपद्रव में शामिल युवकों की हैं, जो पुलिस के आने पर भाग गए थे।


पुलिस ने 50 लोगों को गिरफ्तार किया, 40 से अधिक बाइकें जब्त कीं: वर्तमान में, बाइक के नंबरों के माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि ये गाड़ियां किसके नाम पर हैं। संबंधित व्यक्तियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पुलिस ने बताया कि 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बवाल करने वाले उनके पार्टी कार्यकर्ता नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके समर्थक 8 घंटे तक सर्किट हाउस में शांतिपूर्ण तरीके से बैठे रहे और इस उपद्रव के पीछे किसी साजिश का इशारा किया।


गौरतलब है कि इस बवाल के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस की तीन गाड़ियों सहित एक दर्जन वाहनों को नुकसान पहुंचाया और कई मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। पथराव में चौकी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।


दरअसल, पिछले दिन प्रयागराज पुलिस ने सांसद चंद्रशेखर आजाद को एक दलित परिवार से मिलने के लिए इसौटा गांव जाने से रोका था, जिसके बाद उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने चंद्रशेखर को हिरासत में लेकर सर्किट हाउस लाया, जिसके बाद समर्थकों ने तोड़फोड़ की।


डीसीपी (यमुना नगर) विवेक चंद्र यादव ने कहा कि चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में इसौटा गांव में इकट्ठा हुए थे। जब उन्हें पता चला कि चंद्रशेखर गांव में नहीं जा सकते, तो उनके समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अब उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।