प्रशांत किशोर: एक राजनीतिक रणनीतिकार की यात्रा और जन सुराज पार्टी की स्थापना

प्रशांत किशोर का परिचय
नई दिल्ली। प्रशांत किशोर को भारत के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार और रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है। उन्हें चुनाव जीतने और जनमत को प्रभावित करने में उनकी विशेषज्ञता के लिए सराहा जाता है। 2011 के बाद से, प्रशांत किशोर और उनकी सलाहकार कंपनी ने विभिन्न पार्टियों के लिए नौ चुनावों में काम किया है, जिनमें से आठ में उन्हें सफलता मिली है।
प्रशांत किशोर का प्रारंभिक जीवन
प्रशांत किशोर का जन्म बिहार के रोहतास जिले के सासाराम के कोनार गांव में हुआ था। उनके पिता श्रीकांत पांडे एक चिकित्सक हैं और मां सुशीला पांडे एक गृहणी। उन्होंने असम के गुवाहाटी की चिकित्सक जाह्नवी दास से विवाह किया है, और उनका एक बेटा है।
शिक्षा और करियर की शुरुआत
प्रशांत किशोर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद कुछ समय के लिए पढ़ाई छोड़ दी, लेकिन बाद में पटना साइंस कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की। गणित में उनकी अच्छी पकड़ थी, लेकिन उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में सांख्यिकी में दाखिला लिया, जहां उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई। इसके बाद, उन्होंने लखनऊ और हैदराबाद में अपनी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में कार्य
2012 से 2021 तक, प्रशांत किशोर ने भाजपा के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम किया। उन्होंने 2014 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के लिए एक प्रभावी प्रचार अभियान तैयार किया, जिसमें चाय पे चर्चा और 3डी रैलियों जैसे कार्यक्रम शामिल थे।
जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल होना
प्रशांत किशोर ने 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की मदद की और 2018 में जनता दल (यूनाइटेड) के उपाध्यक्ष बने। उन्होंने नीतीश कुमार के चुनावी अभियान के लिए रणनीति तैयार की और उन्हें तीसरा कार्यकाल जीतने में मदद की।
कांग्रेस के साथ असफलता
2016 में, कांग्रेस ने उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नियुक्त किया, लेकिन यह चुनाव उनके लिए असफल रहा। भाजपा ने 300 से अधिक सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस केवल 7 सीटों पर सिमट गई।
अन्य राजनीतिक दलों के साथ सहयोग
प्रशांत किशोर ने कई अन्य राजनीतिक दलों के साथ भी सफलतापूर्वक काम किया, जैसे कि पंजाब में अमरिंदर सिंह, आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी, और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल।
जन सुराज पार्टी की स्थापना
प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2024 को जन सुराज पार्टी की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने 1 करोड़ लोगों की सदस्यता का दावा किया और पार्टी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उदय सिंह को चुना। हालांकि, पार्टी ने अपने पहले चुनाव में सभी चार सीटों पर जीत हासिल नहीं की, लेकिन महत्वपूर्ण वोट प्राप्त किए।