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फरहान अख्तर ने AI से बदले गए 'रांझणा' के वर्जन पर अपनी राय साझा की

फरहान अख्तर ने हाल ही में 'रांझणा' के AI-बदले हुए संस्करण पर अपनी राय साझा की। उन्होंने मूल कहानी और उसके रचनाकारों के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की। इस विवाद ने दर्शकों को दो धड़ों में बांट दिया है, एक ओर वे जो नई तकनीक को अपनाना चाहते हैं, और दूसरी ओर वे जो मूल कहानी को संरक्षित रखना चाहते हैं। फरहान का बयान इस बहस में एक नया मोड़ लाता है।
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फरहान अख्तर ने AI से बदले गए 'रांझणा' के वर्जन पर अपनी राय साझा की

फरहान अख्तर का बयान

फरहान अख्तर की प्रतिक्रिया: फिल्म निर्माता और अभिनेता फरहान अख्तर ने हाल ही में आनंद एल. राय और धनुष की चर्चित फिल्म 'रांझणा' के AI-परिवर्तित संस्करण पर अपने विचार व्यक्त किए। अपनी नई फिल्म '120 बहादुर' के टीजर लॉन्च के दौरान, उन्होंने इस विषय पर खुलकर चर्चा की। फरहान ने कहा कि उन्हें AI द्वारा बदले गए संस्करण और फिल्म की पुनः रिलीज के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन उनकी निष्ठा हमेशा फिल्म के मूल निर्माता के प्रति रहेगी।


फिल्म 'रांझणा' का समर्थन

फिल्म की प्रशंसा: 'रांझणा' 2013 में प्रदर्शित हुई थी और इसे धनुष, सोनम कपूर और अभय देओल के शानदार अभिनय के साथ-साथ आनंद एल. राय के संवेदनशील निर्देशन के लिए सराहा गया। यह फिल्म अपनी गहन भावनात्मक कहानी और मजबूत पात्रों के लिए जानी जाती है। हाल ही में, फिल्म के अंत को AI तकनीक से बदलने की खबरों ने विवाद उत्पन्न कर दिया है। कुछ का मानना है कि यह तकनीक कहानी को नया रूप दे सकती है, जबकि अन्य का कहना है कि मूल रचना में बदलाव करना अनुचित है।


सोशल मीडिया पर चर्चा

फरहान का समर्थन: फरहान ने इस मामले में रचनात्मकता का समर्थन करते हुए कहा कि एक कलाकार और निर्माता के रूप में, वह हमेशा मूल कहानी और उसके रचनाकार के दृष्टिकोण को महत्व देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी फिल्म की आत्मा उसके निर्देशक और लेखक की सोच में होती है, और इसे बनाए रखना आवश्यक है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, जहां कई लोग उनकी राय का समर्थन कर रहे हैं।


प्रशंसकों की भावनाएँ

भावनात्मक विवाद: 'रांझणा' के प्रशंसकों के लिए यह विवाद बेहद भावनात्मक है, क्योंकि फिल्म ने अपने समय में गहरी छाप छोड़ी थी। AI के उपयोग से कहानी में बदलाव की खबर ने दर्शकों को दो धड़ों में बांट दिया है। एक ओर वे हैं जो नई तकनीक को अपनाना चाहते हैं, जबकि दूसरी ओर वे हैं जो मूल कहानी को संरक्षित रखना चाहते हैं। फरहान का यह बयान इस बहस में एक नया आयाम जोड़ता है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि यह विवाद आगे कैसे बढ़ता है और क्या 'रांझणा' का AI संस्करण दर्शकों को पसंद आएगा।