फरीदाबाद में छात्र का अपहरण: इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट ठुकराने का खौफनाक परिणाम

फरीदाबाद में छात्र का अपहरण
फरीदाबाद में छात्र का अपहरण: हरियाणा के फरीदाबाद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक इंजीनियरिंग छात्र के लिए इंस्टाग्राम पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट को अस्वीकार करना एक भयावह अनुभव बन गया। छात्र का अपहरण किया गया और उसके साथ कुछ युवकों ने बर्बरता से मारपीट की। यह घटना फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में हुई, जिसने सोशल मीडिया पर बढ़ते अपराधों और युवाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित छात्र, जिसका नाम ध्रुव कुमार है, बी.टेक के पहले वर्ष का छात्र है। उसके पिता, मनोज कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि जुलाई में एक लड़की ने उनके बेटे को इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी, जिसे ध्रुव ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद जो हुआ, वह किसी के लिए भी अकल्पनीय था।
फ्रेंड रिक्वेस्ट ठुकराने का परिणाम
शिकायत के अनुसार, फ्रेंड रिक्वेस्ट अस्वीकार करने के बाद लड़की ने ध्रुव को अपशब्द कहे। इसके बाद मामला और बिगड़ गया। 12 सितंबर को, जब ध्रुव कॉलेज से लौट रहा था, तब नीलम चौक के पास उसे तीन युवकों ने अगवा कर लिया। आरोप है कि हर्ष भड़ाना, लक्की और एक अन्य युवक ने ध्रुव को बाइक पर जबरन बैठाया, जबकि वह लड़की दूसरी बाइक पर पीछे-पीछे चलती रही।
बेरहमी से पिटाई और जान से मारने की धमकी
आरोपियों ने ध्रुव को एक सुनसान स्थान पर ले जाकर बुरी तरह पीटा और फिर उसे प्याली चौक पर फेंकते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद पीड़ित और उसके परिवार के लोग बेहद डरे हुए हैं। पीड़ित के पिता, मनोज कुमार ने बताया कि घटना की शिकायत के बावजूद पुलिस ने पहले एफआईआर दर्ज नहीं की। जब कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने 12 सितंबर को DCP एनआईटी से मिलकर पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपियों से हो रही पूछताछ
कोतवाली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्रीभगवान ने बताया कि ध्रुव ने पहले इस मामले को आपसी बातचीत से सुलझाने की कोशिश की थी। लेकिन अब जब उसने औपचारिक शिकायत दी है, तो मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
सोशल मीडिया का खतरनाक पहलू
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि सोशल मीडिया केवल संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह झगड़े और अपराध का कारण भी बन सकता है। इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर छोटी सी बात भी हिंसक रूप ले सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं को सोशल मीडिया के उपयोग में सतर्क रहना चाहिए और ऐसी किसी भी स्थिति में तुरंत कानूनी सहायता लेनी चाहिए।