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फरीदाबाद में बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

फरीदाबाद में बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन ने गंभीर चेतावनी जारी की है। उपायुक्त विक्रम सिंह ने यमुना किनारे के संवेदनशील क्षेत्रों में जल स्तर बढ़ने की संभावना के चलते निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने की तैयारी की है और सभी नागरिकों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। जानें इस स्थिति में क्या करें और कैसे सुरक्षित रहें।
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फरीदाबाद में बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

बाढ़ की चेतावनी और प्रशासन की तैयारी


  • जल स्तर में वृद्धि की संभावना, संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई
  • प्रशासन 24 घंटे बाढ़ से निपटने के लिए तैयार है


फरीदाबाद। उपायुक्त विक्रम सिंह ने यमुना के किनारे स्थित संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है। ओखला बैराज से जल स्तर में वृद्धि की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अनुमान है कि सोमवार सुबह 4 बजे तक बैराज से 80 से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं।


डीसी ने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही जानलेवा हो सकती है। इसलिए निवासियों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए और निचले इलाकों से तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाने में देरी नहीं करनी चाहिए। प्रशासन के अधिकारी भी फील्ड में मौजूद रहेंगे।


आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे अलर्ट पर


उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाएं और राहत कार्यों के लिए पूरी तैयारी रखें। आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेंगी और सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं।


उन्होंने कहा कि आज रात से जल स्तर तेजी से बढ़ेगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से निचले और संवेदनशील क्षेत्रों में न जाए और परिवार सहित सुरक्षित स्थानों पर ही रहे।


अफवाहों से बचें, केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें


प्रशासन ने चेतावनी दी है कि संवेदनशील समय में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अपील की गई है कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें और प्रशासन के आदेशों का पालन करें।


प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी टीमें तैयार हैं, लेकिन सुरक्षा की जिम्मेदारी नागरिकों की सतर्कता और सहयोग पर निर्भर करती है।