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फारूक अब्दुल्ला का बयान: अनुच्छेद 370 की वर्षगांठ पर शांति की कमी

फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 और 35A की वर्षगांठ पर सरकार की नीतियों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति की कोई संभावना नहीं है और पाकिस्तान तथा चीन को मजबूत पड़ोसी मानते हुए बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा लौटाने की मांग की और देश के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की।
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फारूक अब्दुल्ला का बयान: अनुच्छेद 370 की वर्षगांठ पर शांति की कमी

अनुच्छेद 370 और 35A का 6 साल का सफर

फारूक अब्दुल्ला का बयान: आज देश में अनुच्छेद 370 और 35A के हटने के 6 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर में विकास की चर्चा हो रही है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा, 'मुझे शांति की कोई उम्मीद नहीं दिखती, हमारे पास मजबूत पड़ोसी हैं, चाहे वह चीन हो या पाकिस्तान।'


पाकिस्तान और चीन को मजबूत पड़ोसी मानते हैं

5 अगस्त को अनुच्छेद 370 और 35A के हटने की छठी वर्षगांठ पर, डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में शांति की कोई संभावना नहीं है। यह सोचना मूर्खता है कि शांति रातोंरात आएगी।'



राज्य का दर्जा लौटाने की मांग

फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए कहा, 'सरकार कब यह दर्जा लौटाएगी? उन्होंने 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर भी सवाल उठाए। कुलगाम में चल रहे एनकाउंटर पर उन्होंने चिंता व्यक्त की और कहा, 'जिस दिशा में हम बढ़ रहे हैं, उससे देश के भविष्य को लेकर मुझे गहरी चिंता है।'