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बंदर की करतूत: जब पेड़ से गिरने लगे 500 के नोट, लोगों में मची अफरातफरी

उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक बंदर ने तहसील कार्यालय में ऐसा हंगामा मचाया कि लोग पैसे लूटने के लिए दौड़ पड़े। एक प्राइवेट टीचर का बैग लेकर बंदर पेड़ पर चढ़ गया और उसमें से 500 रुपये के नोट हवा में फेंकने लगा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। जानिए इस मजेदार घटना के पीछे की पूरी कहानी और स्थानीय लोगों की नाराजगी के बारे में।
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बंदर की करतूत: जब पेड़ से गिरने लगे 500 के नोट, लोगों में मची अफरातफरी

बंदर का अनोखा कारनामा

Monkey viral video: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक बंदर ने ऐसा हंगामा मचाया कि यह दृश्य किसी फिल्म की तरह लगने लगा। मंगलवार को बिधूना तहसील कार्यालय के परिसर में एक बंदर ने नकदी से भरा बैग उठाया और पेड़ पर चढ़कर उसमें से हजारों रुपये हवा में फेंक दिए। देखते ही देखते, आसमान से पैसे गिरने लगे और लोग उन्हें लूटने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे।


कैसे हुआ यह सब?

डोडापुर गांव के एक प्राइवेट शिक्षक अपने वकील के साथ रजिस्ट्रेशन के काम से बिधूना तहसील पहुंचे थे। उन्होंने अपनी बाइक की डिग्गी में लगभग 80,000 रुपये नकद रखा था। अचानक एक बंदर वहां आया और बैग उठाकर पेड़ पर चढ़ गया।



बंदर ने क्यों फेंके नोट?

जब बंदर ने पेड़ पर जाकर बैग खोला, तो उसमें खाने की चीजें नहीं पाईं। इस पर उसने 500 रुपये के नोट इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया। अचानक नोटों की बारिश देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए और नोट लपकने के लिए दौड़ पड़े।


नोटों की लूट में क्या हुआ?

जब तक प्राइवेट टीचर कुछ समझ पाते, तब तक कई लोग पैसे समेट चुके थे। इस अफरातफरी में उन्हें केवल 52,000 रुपये ही वापस मिले, जबकि 28,000 रुपये या तो उड़ गए, फट गए या फिर लोग अपने साथ ले गए।


स्थानीय लोगों की नाराजगी

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र में बंदरों की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। बंदर अक्सर लोगों के बैग, जरूरी कागजात और दस्तावेज छीन लेते हैं। अब तो लोग तहसील या बाजार में जाने से डरने लगे हैं।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

यह वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर @hindipatrakar नाम के यूजर द्वारा साझा किया गया। अब तक इसे 48,000 से अधिक लोग देख चुके हैं। कई यूजर्स ने पीड़ित शिक्षक के प्रति सहानुभूति जताई। एक ने लिखा- बेचारे की कमाई लोगों ने लूट ली। वहीं दूसरे ने कहा कि वे पैसे इकट्ठा करने में मदद कर सकते थे।