बंदी छोड़ दिवस पर नेताओं ने दी शुभकामनाएं

बंदी छोड़ दिवस का महत्व
नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को बंदी छोड़ दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बंदी छोड़ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन सिखों के छठे गुरु, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की अदम्य वीरता और त्याग का स्मरण कराता है। उन्होंने न केवल अपनी स्वतंत्रता के लिए, बल्कि दूसरों की आज़ादी के लिए भी संघर्ष किया और 52 राजाओं को मुक्त कर मानवता को करुणा और न्याय का संदेश दिया। गुरु हरगोबिंद साहिब जी के उपदेश हमें अन्याय के खिलाफ खड़े होने और मानवता की सेवा में तत्पर रहने की प्रेरणा देते हैं। वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी एक्स पर लिखा कि बंदी छोड़ दिवस पर सभी श्रद्धालुओं को कोटि-कोटि शुभकामनाएं। यह दिन छठे गुरु, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की ग्वालियर किले से रिहाई और सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में उनके आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो हमें मानवता के हित में आवाज़ उठाने की प्रेरणा देता है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी इस अवसर पर लिखा कि आज का दिन एकता और त्याग का प्रतीक है, जब गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने अपनी रिहाई से पहले 52 हिन्दू राजाओं की स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी। यह भारत की अखंडता और भाईचारे का सच्चा प्रतीक है। सभी भारतवासियों को बंदी छोड़ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं श्री गुरु साहिब को कोटि-कोटि प्रणाम।
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी सभी संगत को बंदी छोड़ दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस दिन का सिख जगत में विशेष महत्व है, क्योंकि गुरु हरगोबिंद साहिब जी 52 बंदी राजाओं के साथ ग्वालियर किले से रिहा होकर श्री अमृतसर साहिब आए थे। यह दिन हमें सभी प्रकार के बंधनों से मुक्ति का संदेश देता है। आज की आवश्यकता है कि हम सभी प्रकार की गुलामी के बंधनों को उतार फेंकें और गुरुओं द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करें।