बठूनी ब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में, जम्मू-कश्मीर में कनेक्टिविटी में सुधार
बठूनी ब्रिज का महत्व
समाचार : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में राजौरी–जम्मू–पुंछ नेशनल हाईवे पर बन रहा बठूनी ब्रिज अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसे सीमा क्षेत्र के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के तहत इस पुल का तेजी से निर्माण किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा।
ब्रिज की स्थिति
बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन के रेजिडेंट इंजीनियर संजीव गुप्ता ने बताया कि बठूनी ब्रिज लगभग पूरा हो चुका है और अब इसके लोड टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह पुल जम्मू से पुंछ के बीच का सबसे लंबा पुल है, जो क्षेत्र में यातायात को नई गति प्रदान करेगा।
यात्रा में कमी
परियोजना से जुड़ी कंपनी SGI Heights प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर सुशील कुमार ने बताया कि 250 मीटर लंबे इस पुल पर टॉपिंग का कार्य जारी है। इसके पूरा होने के बाद जम्मू से पुंछ की यात्रा में 15 से 20 मिनट की कमी आएगी। पहले यह यात्रा 4 से 5 घंटे में पूरी होती थी, लेकिन अब इसे लगभग 3.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
स्थानीय लोगों के लिए महत्व
स्थानीय निवासियों और सुरक्षा बलों के लिए यह पुल अत्यंत महत्वपूर्ण है। खराब मौसम और भूस्खलन के कारण अक्सर इस मार्ग पर यातायात बाधित हो जाता था, जिससे आम लोगों के साथ-साथ सेना और आपात सेवाओं को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। बठूनी ब्रिज के चालू होने से न केवल आवाजाही में आसानी होगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
सरकार की रणनीति
इस पुल को सीमा क्षेत्रों में विकास और संपर्क बढ़ाने की सरकार की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। इसके पूरा होने पर राजौरी और पुंछ जैसे दूरदराज के क्षेत्रों को जम्मू से बेहतर और तेज कनेक्टिविटी प्राप्त होगी।
