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बदायूं-बरेली में 100 करोड़ का निवेश घोटाला: बीजेपी नेता की कंपनी फरार

उत्तर प्रदेश के बदायूं और बरेली में बीजेपी नेता सूर्यकांत मौर्य की कंपनी 'अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड' ने 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। लगभग 15,000 निवेशक अब अपने पैसे की वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कंपनी ने 30 वर्षों तक निवेशकों को अधिक लाभ का लालच देकर पैसे जुटाए, लेकिन अचानक गायब हो गई। पुलिस की लापरवाही ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। जानें इस मामले में निवेशकों की प्रतिक्रिया और उनकी मांगें।
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बदायूं-बरेली में 100 करोड़ का निवेश घोटाला: बीजेपी नेता की कंपनी फरार

धोखाधड़ी का बड़ा मामला

उत्तर प्रदेश के बदायूं और बरेली जिलों में बीजेपी नेता सूर्यकांत मौर्य की कंपनी 'अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड' ने लगभग 15,000 निवेशकों के साथ 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की और अचानक गायब हो गई। इस घोटाले ने निवेशकों को गहरे सदमे में डाल दिया है, जो अब अपने पैसे की वापसी के लिए भटक रहे हैं।


30 वर्षों से चल रहा था धोखाधड़ी का खेल

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 'अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड' पिछले तीन दशकों से रिकरिंग डिपॉजिट (RD) और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर बैंकों से अधिक लाभ का लालच देकर लोगों से निवेश करवा रही थी। कंपनी ने निवेशकों को आश्वासन दिया था कि उनका पैसा सुरक्षित है और उन्हें अच्छा मुनाफा मिलेगा। लेकिन सच्चाई तब सामने आई जब करीब 15,000 निवेशकों की मैच्योरिटी, जो एक साल पहले पूरी हो चुकी थी, का 100 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हुआ।


कंपनी का अचानक गायब होना

जब निवेशक अपने पैसे की मांग करने के लिए कंपनी के कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें वहां ताले लटके मिले। आश्चर्य की बात यह थी कि कार्यालय का फर्नीचर भी गायब था। कंपनी के सभी जिम्मेदार लोग रातोंरात फरार हो चुके थे। निवेशकों का कहना है, "हमें लगभग 100 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन कंपनी ने हमें धोखा दे दिया।"


पुलिस की लापरवाही

हालांकि, जब निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो बदायूं और बरेली की पुलिस ने एक-दूसरे जिले का मामला बताकर उन्हें टरकाना शुरू कर दिया। इस लापरवाही ने निवेशकों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। लोग अब न्याय और अपने पैसे की वापसी की उम्मीद में भटक रहे हैं।


निवेशकों का गुस्सा

इस घोटाले ने स्थानीय लोगों में गुस्से की लहर पैदा कर दी है। निवेशक अब सख्त कार्रवाई और अपने पैसे की वापसी की मांग कर रहे हैं। इस मामले ने बीजेपी नेता सूर्यकांत मौर्य पर भी सवाल खड़े किए हैं, जिनकी कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप है।