बलूचिस्तान और पीओके का पाकिस्तान पर बड़ा हमला

पाकिस्तान के लिए बुरे दिन
पाकिस्तान और उसके प्रमुख आसिम मुनीर के लिए मुश्किल समय शुरू हो गया है। बलूचिस्तान ने पाकिस्तान और पीओके पर एक बड़ा हमला किया है, जिसमें बलूचों ने पाकिस्तान के 9 सैनिकों को मार गिराया है। पीओके में अमेरिका के समर्थन से वर्दीधारी नारे लगाए जा रहे हैं, जो पहले कभी नहीं सुने गए। यह स्पष्ट है कि बलूचिस्तान और पीओके ने एक साथ मिलकर पाकिस्तान और अमेरिका के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया है। दोनों ने एक साथ पाकिस्तान पर दो दिशाओं से हमला किया है, जैसे कि वे भारत के प्रति वफादार हों। यह सब तब हो रहा है जब मुल्ला मुनीर, जो अमेरिका में खड़े होकर भारत को परमाणु हमले की धमकी दे रहे थे, ने भारतीय सीमा पर अपने आतंकियों को घुसपैठ करने के लिए भेजने की कोशिश की।
भारतीय सेना की कार्रवाई
आसिम मुनीर के निर्देश पर पाकिस्तान की बैट टीम और आतंकवादी उत्तरी कश्मीर के उरी सेक्टर में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, भारतीय सेना ने समय रहते इस साजिश को विफल कर दिया, लेकिन इस दौरान एक भारतीय जवान शहीद हो गया। यह संयोग ही है कि जैसे ही एक भारतीय जवान शहीद हुआ, बलूचों ने 9 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की संख्या और बढ़ सकती है। स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने एक सुनियोजित तरीके से हमला किया, जिसमें कम से कम पांच नागरिक और चार अन्य सैनिक घायल हुए।
पाकिस्तान में आतंकवाद का बढ़ता खतरा
इस महीने की शुरुआत में, बलूचिस्तान में एक और बड़ा हमला हुआ, जिसमें लगभग 80 सशस्त्र आतंकवादियों ने सुरक्षा चौकियों पर एक साथ हमला किया, जिससे आठ सैनिक मारे गए। ये हमले पाकिस्तानी सेना की निरंतर आतंकवाद-रोधी अभियानों के बावजूद विद्रोही समूहों की समन्वित हमलों की क्षमता को दर्शाते हैं। सेना के लिए, बसिमा घात हमला न केवल संख्या में कमी का संकेत है, बल्कि बलूचिस्तान में अस्थिर सुरक्षा परिदृश्य की भी याद दिलाता है।
पाकिस्तान की खनिज संपदा
पाक सरकार बलूचिस्तान में खनन लीज अमेरिका को देने की योजना बना रही है, ताकि वहां की विशाल खनिज संपदा का दोहन किया जा सके। बलूचिस्तान तांबा, सोना और अन्य कीमती खनिजों से समृद्ध है। पाकिस्तान का लक्ष्य 2040 तक 'कॉपर का सऊदी अरब' बनना है, और अमेरिकी कंपनियां तकनीक और निवेश के माध्यम से इन परियोजनाओं को गति दे सकती हैं।