बस्ती में नाबालिग के साथ बलात्कार: पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल

बस्ती जिले में बलात्कार की घटना
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां एक किशोरी के साथ बलात्कार की घटना हुई, लेकिन पुलिस ने शुरू में कार्रवाई में देरी की। जब हिंदू संगठनों के सदस्य थाने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया, तब पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। आरोप है कि एक दलित नाबालिग का अपहरण कर तीन युवकों ने बारी-बारी से बलात्कार किया और बाद में उसे छोड़ दिया।
पुलिस की अनदेखी और कार्रवाई
पीड़िता जब अपनी मां के साथ नजदीकी पुलिस चौकी पहुंची, तो पुलिस ने मामले को हल्के में लिया और सुलह की सलाह दी। जब सुनवाई नहीं हुई, तो विश्व हिंदू महासंघ के नेताओं ने हस्तक्षेप किया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और बलात्कारियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया।
पीड़िता का बयान
लड़की ने बताया कि वह सामान लेने जा रही थी, तभी तीन युवकों ने उसे पकड़कर अपने घर में खींच लिया और दरवाजा बंद कर दिया। वह चीखती रही, लेकिन तीन घंटे बाद ही उसे छोड़ा गया।
मामले की गंभीरता
पीड़िता की मां ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि 16 अगस्त को सुबह 9 बजे उनकी बेटी को गांव के तीन लड़कों ने जबरन अपने घर ले जाकर बलात्कार किया। आरोप है कि घर के बाहर ताला लगाकर पहरा भी दिया गया। जब परिवार ने लड़की की खोजबीन की, तो उन्हें पता चला कि उसकी बेटी को जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया गया।
पुलिस का बयान
अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा और आरोपी किसी भी हाल में बच नहीं पाएंगे।