बहराइच में मासूम बच्चियों के अपहरण का मामला: आरोपी की दरिंदगी का खुलासा

बहराइच में बच्चियों के अपहरण की घटनाएं
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सुजौली थाना क्षेत्र में छोटी बच्चियों के अपहरण और उनके साथ दुष्कर्म की घटनाओं ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पिछले एक महीने में 5 से 10 साल की बच्चियों के अचानक गायब होने की कई घटनाएं हुईं। ये बच्चियां लगभग 10-12 घंटे बाद मिल जाती थीं, लेकिन मानसिक सदमे में होती थीं और बोलने की स्थिति में नहीं थीं।
पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की पहचान
पांच दिन पहले एक बच्ची के गायब होने पर उसके परिवार ने सुजौली थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आरएन सिंह ने एसओजी और स्थानीय पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई। जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए, उन्होंने सभी को चौंका दिया।
अविनाश पांडे: आरोपी का नाम
अविनाश पांडे है आरोपी का नाम
पुलिस ने बच्चियों के बयान और अन्य सुरागों के आधार पर अविनाश पांडे नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह अब तक चार बच्चियों के साथ दुष्कर्म कर चुका है। आरोपी रात के अंधेरे में चुपचाप घरों में घुसकर बच्चियों को उठाकर सुनसान स्थानों पर ले जाता था, जहां वह नशे की हालत में उनके साथ दुष्कर्म करता और फिर भाग जाता।
मोबाइल में मिलीं आपत्तिजनक तस्वीरें
मोबाइल में मिलीं शर्मनाक तस्वीरें
आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें बच्चियों की आपत्तिजनक तस्वीरें मिलीं। इन तस्वीरों को देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी एक शातिर और विकृत मानसिकता वाला व्यक्ति है।
छोटी बच्चियों को जानबूझकर निशाना बनाता था
जानबूझकर चुनता था छोटी बच्चियां
पुलिस का कहना है कि आरोपी विशेष रूप से 5 से 10 साल की बच्चियों को निशाना बनाता था, क्योंकि उसे लगता था कि इतनी छोटी उम्र की बच्चियां अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में किसी को नहीं बता पाएंगी। एसपी आरएन सिंह ने बताया कि आरोपी की हरकतें सामान्य व्यक्ति जैसी नहीं थीं, वह मानसिक रूप से विकृत अपराधी है।
कानूनी कार्रवाई जारी
आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। बहराइच पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र की बच्चियों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन यह घटना समाज को झकझोरने के लिए काफी है।