बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप

शेख हसीना पर औपचारिक आरोप
बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया है। यह आरोप उनकी अनुपस्थिति में लगाया गया है और मुकदमे की तारीख 3 अगस्त निर्धारित की गई है।
गृह मंत्री और पुलिस प्रमुख पर भी आरोप
अभियोजन पक्ष के एक वकील ने बताया कि शेख हसीना के साथ-साथ उनके शासन के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल मामून के खिलाफ भी आरोप तय किए गए हैं।
सामूहिक हत्या और यातना के आरोप
अभियोजकों ने कहा कि शेख हसीना पर विद्रोह को दबाने के लिए सामूहिक हत्या, हत्या और यातना देने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप पिछले साल जुलाई और अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों को दबाने के प्रयासों के लिए लगाया गया है।
5 अगस्त, 2024 को सत्ता से बेदखल
अभियोजकों ने बताया कि एकमात्र आरोपी अल मामून ने ट्रिब्यूनल के सामने पेश होकर अपना अपराध स्वीकार कर लिया। 5 अगस्त, 2024 को छात्रों के नेतृत्व में हुए हिंसक आंदोलन में शेख हसीना की अवामी लीग सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया गया, जिसके बाद वह एक सैन्य विमान से भारत भाग गईं।
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