बांग्लादेश में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के खिलाफ जनजातीय समुदाय का प्रदर्शन

खगराचारी जिले में विरोध प्रदर्शन
दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के खगराचारी जिले में एक आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना के खिलाफ शनिवार को जनजातीय समुदायों ने सड़कों को जाम कर दिया। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों ने लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से चकमा जनजाति के लोग शामिल थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने 'जुमा छात्र-जनता' बैनर के तहत टायर जलाए और पेड़ के तनों तथा ईंटों से अवरोधक खड़े कर जिले के प्रवेश और आंतरिक मार्गों पर यातायात को रोक दिया।
जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने और जन-धन के नुकसान की आशंका को देखते हुए शनिवार दोपहर दो बजे से खगराचारी और आसपास के क्षेत्रों में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है।
इस आदेश के तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, रैली या जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के लेफ्टिनेंट कर्नल कमरान कबीर उद्दीन ने बताया कि सात प्लाटून, यानी लगभग 250 जवान तैनात किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि एक आरोपी, जिसका नाम शयन शील है, को गिरफ्तार कर लिया गया है और अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।