बांग्लादेश में फिर से भड़की हिंसा, पूर्व प्रधानमंत्री के फैसले का इंतजार
बांग्लादेश में तनाव की स्थिति
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आज सुनाया जाना है फैसला, इसी को लेकर देश में तनाव
बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंसा की लहर उठ रही है। यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो आने वाले समय में हालात और भी बिगड़ सकते हैं। इस बार हिंसा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के समर्थकों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
आज बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के मामलों में एक महत्वपूर्ण निर्णय आने वाला है। यदि उन्हें दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की संभावना है, जिससे राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है।
राजधानी ढाका में स्थिति गंभीर
हालांकि पूरे देश में तनाव का माहौल है, लेकिन राजधानी ढाका में स्थिति सबसे अधिक गंभीर है। रविवार को यहां हिंसक झड़पें, आगजनी, सड़क जाम और धमाके हुए। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगाई, जगह-जगह कॉकटेल बम फोड़े और हाईवे पर पत्थर फेंककर रास्ते बंद कर दिए। स्थिति को देखते हुए सरकार ने पुलिस के साथ सेना और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को तैनात किया है। हालांकि, इन प्रदर्शनों में किसी प्रकार के जानी नुकसान की सूचना नहीं है।
अवामी लीग ने देशव्यापी बंद का किया ऐलान
शेख हसीना के खिलाफ आज आने वाले फैसले को लेकर उनकी पार्टी अवामी लीग ने रविवार से दो दिन के लिए देशव्यापी बंद का ऐलान किया है। इसी कारण रविवार को हिंसक झड़पें हुईं। यह मामला जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित मानवता विरोधी अपराधों से संबंधित है। शेख हसीना ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (आईसीटी) आज अपना फैसला सुनाने जा रहा है, जिससे पूरे देश में तनाव फैल गया है। बांग्लादेश के उद्योग जगत ने इस राजनीतिक उथल-पुथल पर चिंता व्यक्त की है। बीजीएमईए के पूर्व अध्यक्ष क्वाजी मोनिरुज्जमान ने कहा कि स्थिति अत्यंत अस्थिर है और इससे व्यापार, सामाजिक व्यवस्था और कानून-व्यवस्था सभी प्रभावित हो रहे हैं।
