बाराबंकी में छात्रों का प्रदर्शन: पुलिस लाठी चार्ज से कई घायल

श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों का विरोध
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में स्थित श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता के बिना एलएलबी कोर्स चलाने के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है। सैकड़ों छात्र पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को भारी बारिश के बावजूद छात्र यूनिवर्सिटी के गेट पर इकट्ठा होकर नारेबाजी करते रहे। छात्रों की बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया। चश्मदीद छात्रों का कहना है कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठियों से हमला किया। इस लाठी चार्ज में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं सहित कई छात्र घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री का संज्ञान और जांच का आदेश
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने IG अयोध्या प्रवीण कुमार को जांच का आदेश दिया है। इसके साथ ही नगर कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है और CO को हटा दिया गया है। छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने 2023-24 के बाद बिना बीसीआई मान्यता के एलएलबी में एडमिशन जारी रखा। एक छात्रा ने बताया कि प्रशासन उन्हें और उनके अभिभावकों को वॉट्सएप पर धमकी भरे संदेश भेज रहा है। छात्रा श्रुति चौधरी ने कहा कि उन्हें बीए-एलएलबी से जबरन बीबीए में ट्रांसफर कर दिया गया है और 100 रुपए की बकाया फीस पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की धमकियाँ
यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों को निलंबित करने की धमकी दे रहा है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन फर्जी मान्यता दिखाकर छात्रों का एडमिशन ले रहा है। शिवनाथ यादव, दुर्गेश सिंह, दिनेश, अर्पिता, वैभव शुक्ला, आदित्य, अभिषेक कुमार सहित अन्य छात्रों ने बताया कि विरोध करने पर उन पर जुर्माना लगाकर कॉलेज से निष्कासन की धमकी दी जाती है। कॉलेज प्रशासन लिखित मान्यता पत्र की मांग कर रहा है, जबकि उनका दावा है कि मान्यता की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी।
मंत्री का दौरा और छात्रों का विरोध
छात्रों से मिले मंत्री, डीएम-एसपी को जाने नहीं दिया।
सोमवार रात, योगी सरकार के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीशचंद्र शर्मा ने पुलिस लाठी चार्ज में घायल कार्यकर्ताओं से मिलने का प्रयास किया और उन्होंने पुलिस के अमानवीय व्यवहार की निंदा की। अस्पताल में भर्ती घायल छात्रों को देखने बाराबंकी के डीएम शंशाक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजयवर्गीय को छात्रों ने नारेबाजी कर अस्पताल के गेट पर रोक लिया। छात्रों ने डीएम और एसपी को अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया।