बाल ठाकरे की मौत पर उठे सवाल: रामदास कदम का नारकोटिक्स टेस्ट का दावा

बाल ठाकरे की मृत्यु पर विवाद
बाल ठाकरे की मृत्यु पर उठे सवाल: शिवसेना के नेता रामदास कदम ने शनिवार को कहा कि वे नारकोटिक्स टेस्ट के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि दिवंगत बाल ठाकरे की लाश मातोश्री में दो दिन तक रखी गई थी। कदम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से ठाकरे के निधन की जांच कराने के लिए एक आधिकारिक पत्र लिखने का सुझाव दिया। उनका कहना है कि उस समय मातोश्री में मौजूद डॉक्टरों ने उद्धव ठाकरे को बाल ठाकरे के निधन की सूचना सार्वजनिक करने के लिए कहा था, लेकिन उद्धव ने इसे रोक दिया।
बाल ठाकरे के निधन को लेकर विवाद
बाल ठाकरे के निधन को लेकर विवाद
इस हफ्ते बाल ठाकरे के निधन को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब रामदास कदम ने कहा कि उनकी लाश दो दिन तक मातोश्री में रखी गई थी। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पिता के शव के साथ अमानवीय व्यवहार किया। कदम ने कहा कि जब बाल ठाकरे गंभीर रूप से बीमार थे, तब वे आठ दिनों तक मातोश्री में एक बेंच पर सोए थे। उन्होंने उद्धव से उनके पिता के पैरों के निशान लेने को कहा था, लेकिन उद्धव ने हथेलियों के निशान लिए, जिसका कोई लाभ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दोनों का नारकोटिक्स टेस्ट होना चाहिए ताकि सच सामने आ सके।
रामदास को मिला मंत्रियों का समर्थन
रामदास को मिला दो मंत्रियों का समर्थन
रामदास कदम के बयानों पर शिवसेना-यूबीटी (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई। पार्टी नेता संजय राउत ने इसे बाल ठाकरे के प्रति धोखा बताया और कहा कि ऐसे बयान देने वाले व्यक्ति ने उनका विश्वास तोड़ा है। हालांकि, इन आरोपों के बावजूद रामदास कदम को दो मंत्रियों - संजय शिरसाट और नितेश राणे का समर्थन मिला। दोनों नेताओं ने उद्धव ठाकरे से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगने की बात कही।
शिवसेना में राजनीतिक तनाव
शिवसेना के अंदर बढ़ा राजनीतिक तनाव
रामदास कदम के आरोपों से शिवसेना के अंदर राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। जहां उद्धव ठाकरे की पार्टी इन आरोपों को खारिज कर रही है, वहीं कुछ नेता कदम का समर्थन कर रहे हैं, जिससे विवाद और गहरा हो रहा है। यह मामला पार्टी के भीतर सत्ता संघर्ष और नेतृत्व को लेकर बढ़ती अनबन को भी दर्शाता है।
महाराष्ट्र की राजनीति में नया तूफान
महाराष्ट्र की राजनीति में नया तूफान
बाल ठाकरे के निधन से जुड़ा यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीति में नया तूफान लेकर आया है। रामदास कदम के आरोपों ने शिवसेना को आंतरिक रूप से दो खेमों में बांट दिया है। CBI जांच की मांग से यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। आने वाले समय में इस विवाद का राजनीतिक और कानूनी रूप सामने आना बाकी है, जो महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है।