बिजली बिल भुगतान पर नया नियम: डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 18% जीएसटी

बिजली बिल भुगतान में बदलाव
आजकल, अधिकांश लोग घर से ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान करना पसंद करते हैं। लेकिन यदि आप डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो आपको सावधान रहना चाहिए। कार्ड से भुगतान करते समय, उपभोक्ताओं को सुविधा शुल्क और 18% जीएसटी का भुगतान करना होगा। इसके विपरीत, यूपीआई, नेट बैंकिंग, भीम ऐप और ई-वॉलेट के माध्यम से भुगतान करने पर कोई अतिरिक्त कर नहीं लगता।
भुगतान पर लेनदेन शुल्क
यूपीपीसीएल की नई नीति के अनुसार, डेबिट या क्रेडिट कार्ड से 4000 रुपये तक के बिजली बिल का भुगतान करने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन जैसे ही बिल की राशि 4000 रुपये से अधिक होती है, शुल्क लागू हो जाता है। डेबिट कार्ड (रुपे कार्ड को छोड़कर) से भुगतान पर 0.90% लेनदेन शुल्क और 18% जीएसटी लगेगा। वहीं, क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर यह दर 1% और 18% जीएसटी होगी।
अतिरिक्त भुगतान की आवश्यकता
यदि आपका बिजली बिल 4100 रुपये है, तो डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर आपको 37 रुपये का अतिरिक्त लेनदेन शुल्क और 18% जीएसटी देना होगा। जबकि क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर आपको 41 रुपये का शुल्क और 18% जीएसटी देना होगा। इस प्रकार, उपभोक्ताओं को वास्तविक बिल से अधिक भुगतान करना पड़ेगा।
ऑनलाइन भुगतान करने वाले उपभोक्ता
केस्को के आंकड़ों के अनुसार, हर महीने लगभग डेढ़ लाख उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान करते हैं। जानकारी की कमी के कारण, कई लोग कार्ड से भुगतान करते हैं और अतिरिक्त शुल्क कटने के बाद शिकायत करते हैं। वहीं, कुछ उपभोक्ता अभी भी नकद भुगतान करना पसंद करते हैं।
मुफ्त भुगतान विकल्प
केस्को आईटी विभाग के एक्सईएन सर्वेश पांडे के अनुसार, यूपीपीसीएल की गाइडलाइन के तहत, डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 4000 रुपये से अधिक के बिल पर लेनदेन शुल्क और जीएसटी देना अनिवार्य है। जबकि यूपीआई, नेट बैंकिंग और भीम ऐप जैसे विकल्प पूरी तरह से मुफ्त हैं और उपभोक्ताओं को इनका उपयोग करना चाहिए।