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बिजली मीटर लगाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया ठेकेदार का कारिंदा

जींद में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बिजली मीटर लगाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एक ठेकेदार के सहयोगी को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता ने बताया कि पवन सैनी, जो खुद को बिजली निगम का कर्मचारी बताता था, ने उससे पैसे मांगे। जांच में पता चला कि वह वास्तव में ठेकेदार का कारिंदा था। इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
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बिजली मीटर लगाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया ठेकेदार का कारिंदा

जींद में रिश्वतखोरी का मामला


(जींद) एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को बिजली निगम के एक कर्मचारी के सहयोगी को बिजली मीटर लगाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।


गांव ईंटलकलां के निवासी राजेश ने एसीबी को शिकायत दी थी कि उसके श्याम नगर में दो मकान हैं और उसने बिजली मीटर लगाने के लिए आवेदन किया था। पवन सैनी, जो खुद को बिजली निगम का कर्मचारी बताता था, ने उससे 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। एसीबी ने निरीक्षक दिनेश कुमार के नेतृत्व में एक छापामार टीम का गठन किया।


पवन सैनी की असलियत


छापामार टीम ने शिकायतकर्ता को 30 नोट 500 रुपये के पाउडर के साथ दिए। पवन सैनी ने शिकायतकर्ता को न्यू सब्जी मंडी के पास बुलाया। जब शिकायतकर्ता ने उसे रिश्वत दी, तो टीम ने उसे पकड़ लिया और उसके पास से रिश्वत की राशि बरामद की। जांच में पता चला कि पवन सैनी वास्तव में बिजली ठेकेदार का कारिंदा था, न कि बिजली निगम का कर्मचारी।


यह भी सामने आया कि राजेश ने जो मीटर के लिए आवेदन किया था, वह वास्तव में उसके पड़ोसी जापान के घर में लगा दिया गया था। जब बिजली का बिल आया, तो वह राजेश के नाम पर था, जबकि जापान ने बिल भरने से मना कर दिया। पवन सैनी ने जापान के घर से मीटर हटाकर राजेश के घर पर लगाने के लिए रिश्वत मांगी थी। एसीबी के निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि पवन सैनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।