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बिहार दौरे पर पीएम मोदी को मिली जान से मारने की धमकी, मामला हुआ स्पष्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दौरान उन्हें जान से मारने की धमकी मिली, जिससे पुलिस में हड़कंप मच गया। भागलपुर से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया, जिसने अपने चाचा को फंसाने के लिए यह धमकी भरा संदेश भेजा था। जांच में पता चला कि यह मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके मोबाइल फोन की जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियाँ भी प्राप्त की हैं। जानें इस मामले की पूरी कहानी।
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बिहार दौरे पर पीएम मोदी को मिली जान से मारने की धमकी, मामला हुआ स्पष्ट

धमकी से मचा हड़कंप

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के दौरान उन्हें जान से मारने की धमकी मिलने से पुलिस में हड़कंप मच गया। धमकी भरा संदेश मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं और भागलपुर से एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में यह सामने आया कि यह संदेश संपत्ति विवाद के कारण एक भतीजे ने अपने चाचा को फंसाने के लिए भेजा था।


प्रधानमंत्री का दौरा

प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को दो दिवसीय बिहार दौरे पर पटना पहुंचे। शुक्रवार को उनका कार्यक्रम रोहतास जिले के बिक्रमगंज में है। उनके पटना पहुंचने से पहले भागलपुर के पुलिस अधिकारियों को एक धमकी भरा संदेश मिला, जिसमें कहा गया था कि पीएम मोदी को पटना में 'उड़ा' दिया जाएगा। इस संदेश को पढ़कर पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई।


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदेश भेजने वाले नंबर को ट्रेस किया। यह नंबर भागलपुर जिले के सुल्तानगंज के निवासी बुजुर्ग मंटू चौधरी के नाम पर पंजीकृत था। पुलिस ने मंटू चौधरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद सच्चाई सामने आई। पता चला कि मंटू चौधरी के भतीजे समीर कुमार रंजन ने जमीन विवाद के चलते अपने चाचा को फंसाने के लिए यह फर्जी धमकी भरा संदेश भेजा था।


आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने समीर कुमार रंजन को गिरफ्तार कर लिया है। उसने यह संदेश भागलपुर के एसएसपी समेत कई थानों की पुलिस को भेजा था। एसएसपी हृदय कांत ने बताया कि आरोपी ने अपने चाचा को फंसाने की मंशा से यह कृत्य किया था और मामले की गहन जांच की जा रही है।


जांच में नई जानकारी

पुलिस जांच में यह भी पता चला कि जिस मोबाइल फोन से धमकी भरे संदेश भेजे गए थे, वह आरोपी के फिंगरप्रिंट से ही खुलता है। उसके मोबाइल की जांच में यह जानकारी मिली कि पीएम मोदी के पिछले दौरे के दौरान भी उसने एयरपोर्ट पर बम रखने की झूठी अफवाह फैलाई थी और इसके लिए उसने वीपीएन का उपयोग किया था।